पूनम पांडे ने नवभारत टाइम्स से हुई बातचीत में कहा कि कॉन्ट्रोवर्सी से मिलने वाला फेम सिर्फ 15 मिनट का होता है, इससे अधिक नहीं। एक्ट्रेस ओटीटी पर नजर आनेवाली हैं। उन्होंने कहा- ऊपरवाले का शुक्र है कि मुझे अब अच्छा काम मिल रहा है।
अपनी बोल्डनेस और बेबाक अंदाज के लिए पहचानी जाने वाली मॉडल और बॉलिवुड ऐक्ट्रेस पूनम पांडे अक्सर काम से ज्यादा बयानबाजी और अपने अंदाज को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। पूनम का मानना है कि काम से मिली पहचान लंबे समय तक साथ रहती है। शायद यही वजह है कि वह अब कॉन्ट्रोवर्सी से खुद को दूर करके काम पर फोकस कर रही हैं। मोहम्मद फाजिल से हुई इस खास बातचीत में उन्होंने बॉलिवुड, विवाद और अपने फिल्मी सफर के बारे में बातें की।
अब मैं कोशिश करती हूं कि कॉन्ट्रोवर्सी से दूर रहूं। इस वक्त मैं सिर्फ अपने काम पर फोकस कर रही हूं। मेरा मानना है कि कॉन्ट्रोवर्सी से जो फेम मिलता है, वो सिर्फ 15 मिनट का ही होता है, इससे ज्यादा नहीं। लोग आपकी चर्चा करते हैं लेकिन तब तक जब तक विवाद चलता है। उसके बाद भूल जाते हैं, जबकि आपके काम से मिली पहचान लंबे समय तक रहती है। मैं अक्सर बेबाक अंदाज में बोल देती हूं लेकिन अब मुझे लगने लगा है कि कभी-कभी चुप रहना ज्यादा बेहतर होता है। सच कहूं तो मैं अब सीख गई हूं कि कैसे चीजों को मैनेज करना है। ऊपरवाले का शुक्र है कि मुझे अब अच्छा काम मिल रहा है।
फिल्में बस एंटरटेनटमेंट का हिस्सा हैं
बॉलिवुड में स्क्रिप्ट को लेकर जो विवाद चल रहा, उस पर मेरा मानना है कि जितनी भी स्क्रिप्ट लिखी जाती हैं वो किसी की सोच होती हैं। किसी की सोच को हम रोक नहीं सकते। पूरी दुनिया में बहुत सी इंडस्ट्री हैं और हरेक में अलग-अलग तरह की स्क्रिप्ट लिखी जाती हैं और उनको पसंद भी किया जाता है। ऐसा हमारे देश में भी होना चाहिए। लोगों को समझना होगा कि यह सिर्फ फ्राइडे रिलीज है। फिल्में सिर्फ एंटरटेनमेंट हैं। आपको एंटरटेनमेंट चाहिए तो इनको देखो, वरना छोड़ दो।
अगर ऐक्टर पॉलिटिक्स करेंगे तो विरोध भी झेलेंगे
अगर कोई कलाकार अपनी पसंद से पॉलिटिक्स में शामिल हो रहा है तो यह उसकी मर्जी है। इस पर किसी का कोई अधिकार नहीं है कि वो उनको रोके। जहां तक फिल्मों के बॉयकॉट का सवाल है तो उसके लिए इतना ही कहूंगी कि अगर आप किसी एक चीज के सपोर्टर बनेंगे तो आपको उसके दूसरे पक्ष का विरोध भी झेलना होगा। हरेक चीज के दो पहलू होते हैं। एक अच्छा तो दूसरा बुरा। अक्सर कलाकारों के कपड़े और पहनावे को लेकर कॉमेंट्स किए जाते हैं। कई बार तो सोशल मीडिया पर लोग इतना गंदा लिख देते हैं कि आपको पढ़कर शर्म आ जाए। मुझे लगता है कि लोगों को किसी के खानपान और पहनावे पर कॉमेंट नहीं करना चाहिए। सब अपनी मर्जी के मालिक हैं, जिसको जो पसंद है, वो पहने जिसको नहीं पसंद है वो ना पहने।
तीन वेब सीरीज में आऊंगी नजर
ओटीटी बड़ा और अच्छा प्लैटफॉर्म है, जहां पर प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका मिलता है। मैंने कई फिल्में की हैं पर उसमें उतना एक्सपोजर नहीं मिला, जितना अब लोगों को ओटीटी पर मिल रहा है। मैंने अभी दो वेब सीरीज की हैं। तीसरी का कुछ दिन पहले नरेशन सुना है। वो भी पाइपलाइन में है। जल्द ही उसकी शूटिंग शुरू करूंगी।