MS Dhoni Dinesh Karthik: एमएस धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी गेंद पर रन आउट करते हुए भारत को जीत दिलाई थी। दिनेश कार्तिक ने भी उन्हीं की तरह तैयारी की, लेकिन उनसे एक चूक हुई और बैंगलोर हार गई।
आखिरी ओवर में लखनऊ को चाहिए थे 5 रन
दरअसल, मैच के आखिरी ओवर में लखनऊ को जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी। हर्षल पटेल के हाथ में गेंद थी। पहली गेंद पर जयदेव उनादकत ने एक रन चुराया तो अगली गेंद पर हर्षल ने मार्क वुड को क्लीन बोल्ड करते हुए लखनऊ को बड़ा झटका दिया। अब दूसरी गेंद पर रवि बिश्नोई ने दो रन लिए तो अंतर और कम हो गया। अब फील्ड पूरी तरह से एक रन बचाने के लिए कस चुकी थी तो चौथी गेंद पर रवि बिश्नोई ने डीप स्क्वेयर की ओर खेलकर एक रन चुरा लिया।
मांकडिंग की कोशिश और खूब ड्रामा
अब स्कोर बराबर था। यहां 5वीं गेंद पर हर्षल पटेल ने जयदेव उनादकत को फाफ डु प्लेसिस के हाथों कैच कराया। वह 7 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हुए। हर किसी को लग रहा था कि टूर्नामेंट का पहला सुपर ओवर देखने को मिल सकता है, क्योंकि आखिरी गेंद आवेश खान को फेस करनी थी और यह इतना आसान नहीं था। यहां हर्षल ने गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकले रवि बिश्नोई को मांकडिंग करने की कोशिश की, लेकिन बात बनी नहीं।
दिनेश कार्तिक नहीं कर सके धोनी वाला कारनामा
दूसरी ओर, दिनेश कार्तिक एक हाथ का दस्ताना निकाल कर तैयार थे। वह जानते थे कि बल्लेबाज के बैट से गेंद नहीं भी लगेगी तब भी वे रन के लिए दौड़ने की कोशिश करेंगे। जब आखिरी गेंद फेंकी गई तो ऐसा हुआ भी, लेकिन कार्तिक के हाथ से गेंद छिटक गई और आवेश-रवि को रन भागने का मौका मिला गया। जब तक वह संभल पाते तब तक रन पूरा हो चुका था।
क्या किया था धोनी ने?
कुछ ऐसी ही परिस्थिति 2016 टी-20 वर्ल्ड कप में थी। बांग्लादेश को एडिलेड में आखिरी गेंद पर जीत के लिए 2 रन, जबकि सुपर ओवर के लिए एक रन की जरूरत थी। एमएस धोनी ने बड़ी चतुराई से मुशफिकुर रहमान को रन आउट करते हुए मैच भारत की झोली में डाल दिया था। उस समय हार्दिक पंड्या गेंदबाज थे। यह आखिरी गेंद का रोमांच इतिहास में दर्ज हो गया था।