Iran Hijab Protest: जो ईरान में महसा के साथ हुआ, वो उस दिन मेरे संग होता- हिजाब विवाद पर एलनाज ने सुनाई आपबीती

ईरान में हिजाब विवाद की आग में 22 साल की महसा अमीनी झुलस गई। तेहरान की पुलिस कस्टडी में महसा की मौत हो गई। एक्ट्रेस एलनाज नौरोजी ने इस पर रिएक्ट किया है और अपने साथ घटी एक खौफनाक घटना का मंजर बयां किया है।

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एक्ट्रेस एलनाज नौरोजी, फोटो: Insta/iamelnaaz

इन दिनों ईरान हिजाब विवाद की आग में बुरी तरह दहक रहा है। हाल ही हुई तेहरान में पुलिस कस्टडी में हुई 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद से हिजाब विवाद रूपी आग की लपटें और ऊंची उठ रही हैं। महसा अमीनी को सिर्फ इस वजह से हिरासत में लिया गया था क्योंकि उसने हिजाब को सही तरीके से नहीं पहना था। पुलिस ने महसा अमीनी पर खूब अत्याचार किए। उसने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी शेयर की थीं, जिसमें उसके शरीर पर चोट के निशान नजर आ रहे थे। बाद में महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई। महसा की मौत के बाद से ईरान में हिजाब को लेकर आंदोलन और भी तेज हो गया है। ड्रेस और कोड और उससे जुड़े कानूनों के खिलाफ जगह-जगह महिलाएं हिजाब जलाकर और अपने बाल काटकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। इस पूरे अब ईरान की रहने वालीं बॉलीवुड एक्ट्रेस एलनाज नौरोजी का रिएक्शन आया है। एलनाज का पूरा परिवार ईरान में ही है और घरवालों से कोई बात नहीं हो पा रही है।

घबराईं Elnaaz Norouzi ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर किया है। इसमें वह कह रही हैं, ‘मेरे भारतीय दोस्तों और मेरे सभी फॉलोअर्स, मैं आप सभी से अनुरोध करती हूं कि इस न्यूज को फैलाएं। ईरान को इस लड़ाई से लड़ने में मदद करें जो 43 साल से चल रही है। प्लीज जागरूकता पैदा करें। वो सड़कों पर हर दिन लोगों को मार रहे हैं। उन्होंने इंटरनेट और कम्युनिकेशन के सभी माध्यमों को बंद कर दिया है।’

एलनाज नौरोजी ने इस बारे में हमारे सहयोगी ईटाइम्स से बातचीत की। एलनाज नौरोजी ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही घरवालों से बात की थी। लेकिन ईरान (hijab protest or row in Iran) में इंटरनेट की सभी सेवाएं बाधित होने के कारण परिवार से संपर्क नहीं कर पा रही हैं। एलनाज ने कहा, ‘उन्होंने इंटरनेट काट दिया है ताकि लोग दुनिया के संपर्क में न आ सकें और दिखा सकें कि ईरान में क्या हो रहा है। यह तानाशाही है। लोगों को इस तरह सड़क पर पीटे जाते और मारे जाते देखकर दिल रोता है। हम कह रहे हैं कि हम वो सब करने के लिए स्वतंत्र होना चाहते हैं जो हम महिलाओं के रूप में करना चाहते हैं। हम बस यही चाहते हैं कि दुनिया सुने और देखे कि क्या हो रहा है। क्योंकि वो हमारे लोगों को मार रहे हैं।’

‘महसा अमीनी के साथ बर्बरता हुई’
एलनाज नौरोजी ने आगे कहा, ‘महसा अमीनी के साथ जो हुआ वह बर्बर है। इतने साल के जुल्म के बाद महिलाएं इससे थक चुकी हैं। ईरान की महिलाएं अब सिर्फ घर पर बैठकर सुनती नहीं हैं। यहां तक कि पुरुष भी सड़क पर उतरकर इसका विरोध कर रहे हैं। यह अब हिजाब के बारे में नहीं है, बल्कि इस बारे में है कि उन्होंने हमारे देश के साथ क्या किया है। यह हमारे देश में लगे प्रतिबंधों के बारे में है। लोग गरीब हैं। उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं।’

mahsa amini

जब एलनाज टाइट पैंट के लिए पकड़कर ले गई पुलिस
एलनाज नौरोजी जब ईरान में भी तब वह भी एक बार पुलिस के शिकंजे में फंसने से बची थीं। एलनाज उस समय बहुत डर गई थीं। उन्होंने कहा कि जो अब महसा अमीनी के साथ हुआ है, वह उनके साथ भी हो सकता था। एलनाज नौरोजी ने कहा, ‘महसा के साथ जो हुआ वह एलनाज (मेरे साथ) भी हो सकता था। कुछ साल पहले मैं ईरान में थी और तेहरान में मेरा आखिरी दिन था। मैं अपने चचेरे भाई के साथ सड़क पर निकली था कि अचानक एक महिला मेरे सामने आ गई, और उसने मुझसे पूछा ‘यह क्या है?’। मैं वास्तव में नहीं जानती था कि वह किस बारे में बात कर रही थी और उसने दोहराया ‘यह क्या है?’। तब मुझे वहां की मॉरल पुलिस गश्त-ए इरशाद ने सिर्फ इसलिए पकड़ लिया क्योंकि मेरी पैंट ज्यादा चौड़ी नहीं थी। वो इतनी टाइट थी कि मेरे टखने साफ नजर आ रहे थे। मुझे वैन में ‘री-एजुकेशन’ सेंटर ले जाया गया। वहीं पर महसा अमीनी को भी ले जाया गया था। मुझे वहां पर तब तक रखा गया जब तक कि कोई वहां मुझे ढंग के कपड़े लेकर पिक करने नहीं आया।’

‘डर गई थी, जो महसा के साथ हुआ, वह मेरे साथ हो सकता था’
एलनाज ने आपबीती बयां करते हुए आगे बताया, ‘मेरा कजन बुरी तरह डरा हुआ था। फैमिली भी डरी हुई थी। जब मैं वहां पहुंची तो उन्होंने मेरा पासपोर्ट और मेरा फोन ले लिया। जिस तरह वो आपको डराते हैं। आपके साथ जो चीजें करते हैं, उस तरह ईरान में कोई नहीं रह सकता। किसी को उस तरह नहीं रहना चाहिए। वो आपको अजीब-अजीब चीजों के लिए पकड़कर ले जाते हैं। आपके नेल कलर, आपके हिजाब, कपड़े, किसी भी चीज के लिए। मैं नहीं चाहती कि वहां कोई भी महिला ऐसे जिए। कोई भी महिला यह डिजर्व नहीं करती। यह छोटी सी कहानी आपको सिर्फ यह समझाने के लिए है कि जो महसा अमीनी के साथ हुआ था वह मेरे साथ भी हो सकता था। और यह ईरान में किसी भी महिला के साथ हो सकता है। यह बहुत डरावना है।’

एलनाज नौरोजी ने बताया कि वो लोग क्या-क्या करते हैं
एलनाज ने कहा, ‘वो आपकी तस्वीरें लेते हैं जैसे कि आप जेल में हैं। आपकी सारी डीटेल लेते हैं। आप नहीं जानते कि वो कब किस चीज के लिए आ जाएं। कभी-कभी तो वो महिलाएं और लड़कियां वापस ही नहीं लौट पातीं, जिन्हें वो लेकर जाते हैं। मैंने जो लास्ट वीडियो पोस्ट किया था उसमें पुलिस ने एक महिला के सिर को सड़क पर बुरी तरह दे मारा था और उसे ब्लीडिंग होने लगी। वो मर सकती है। महसा अमीनी भी इसी तरह मरी। उसे इंटरनल ब्लीडिंग हुई क्योंकि उन्होंने उसके सिर पर भी मारा था। वो बार-बार झूठ बोल रहे हैं कि उसे हार्ट अटैक आया था।

ईरान में हिजाब को लेकर कानून

बता दें कि ईरान में 1979 के बाद हुई इस्लामिक क्रांति के बाद, शरिया कानून के मुताबिक, महिलाओं का हिजाब में रहना अनिवार्य कर दिया गया था। इस्लामिक पेनल कोड की धारा 638 के तहत अगर किसी महिला या लड़की को सार्वजनिक जगहों पर हिजाब या ड्रेस कोड के बिना देखा गया तो उसे कड़ी सजा मिलेगी। दशकों से महिलाएं वहां तमाम तरह की पाबंदियों में रहीं, पर अब उन्होंने उन पाबंदियों और हिजाब के प्रति आर-पार की लड़ाई छेड़ दी है। महसा अमीनी भी उन्हीं में से एक थी। वह कुर्दिस्तान के साकेज शहर की रहने वाली थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महसा अमीनी ने ईरान के ड्रेस कोड के मुताबिक ही कपड़े पहने थे, लेकिन पुलिस उसे पकड़कर ले गई। पूछताछ के दौरान अंदर कमरे से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आईं। बाद में महसा अमीनी को जब एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया।