हाल के दिनों में सुरक्षा बलों ने कई प्रभावशाली ईरानियों को हिरासत में लिया है। इनमें लेखक और कवि मोना बोरजौई, ईरानी फुटबॉल खिलाड़ी होसेन माहिनी और पूर्व ईरानी राष्ट्रपति अली अकबर हाशमी रफसंजानी की बेटी फैजेह रफसंजानी शामिल हैं। एनजीओ ईरान ह्यूमन राइट्स के अनुसार, ईरानी गायक शेरविन हाजीपुर को भी इस हफ्ते ट्विटर पर एक मार्मिक गीट जारी करने के बाद गिरफ्तार किया गया है।
तेहरान: ईरान के रेस्टोरेंट में बिना हिजाब खाना खाने पर एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी एक तस्वीर के आधार पर हुई है, जिसमें आरोपी महिला बिना हिजाब के रेस्टोरेंट में बैठी नजर आ रही है। बुधवार को सामने आई तस्वीर में दो महिलाों को राजधानी तेहरान के एक कैफे में नाश्ता करते हुए दिखाया गया है। ईरान में कैफे भी अधिकांश कॉफीहाउसों की तरह पारंपरिक रूप से पुरुष प्रभुत्व वाले हैं। तस्वीर में दिख रही महिलाओं में से एक डोन्या रेड को तस्वीर के ऑनलाइन शेयर होने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। महिला के परिवारवालों ने बताया कि तस्वीर वायरल होने के बाद पुलिस ने डोन्या को सफाई देने के लिए बुलाया था।
तेहरान के कुख्यात जेल में किया गया कैद
डोन्या की बहन ने सीएनएन से बात करते हुए बताया कि पहले से तय जगह पर पहुंचने के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ घंटों के बाद कोई खबर नहीं मिलने पर डोन्या ने फोन कर अपनी बहन को बताया कि उसे एविन जेल के वार्ड 209 में ट्रांसफर कर दिया गया है। तेहरान की एविन जेल पहले से ही कुख्यात है। यहां ईरानी शासन राजनीतिक असंतुष्टों को कैद करता है। विशेष रूप से उन लोगों को कैद किया जाता है, जिन्हें ईरान का खुफिया मंत्रालय देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक करार देता है।
ईरान में कई प्रभावशाली महिलाएं पुलिस हिरासत में
हाल के दिनों में सुरक्षा बलों ने कई प्रभावशाली ईरानियों को हिरासत में लिया है। इनमें लेखक और कवि मोना बोरजौई, ईरानी फुटबॉल खिलाड़ी होसेन माहिनी और पूर्व ईरानी राष्ट्रपति अली अकबर हाशमी रफसंजानी की बेटी फैजेह रफसंजानी शामिल हैं। एनजीओ ईरान ह्यूमन राइट्स के अनुसार, ईरानी गायक शेरविन हाजीपुर को भी इस हफ्ते ट्विटर पर एक मार्मिक गीट जारी करने के बाद गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपने गीत में लोगों की भावनाओं को व्यक्त किया था कि लोग विरोध क्यों कर रहे हैं। शेरविन हाजीपुर का गीत ऑनलाइन वायरल हो गया है, इसे लाखों बार देखा गया है।
महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में बवाल
ईरान में महसा अमिनी नाम की लड़की की मौत के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है। महसा अमिनी को ईरान की धार्मिक पुलिस ने बुर्का न पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप लगा कि पुलिस की पिटाई के कारण इलाज के दौरान अमिनी की मौत हो गई। उसके बाद से ही सड़कों से लेकर सोशल मीडिया में महसा अमिनी के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं हिजाब का विरोध कर रही हैं और अपने बालों को काटने का वीडियो भी जारी कर रही हैं। महसा अमिनी की मौत के बाद विरोध प्रदर्शनों में बच्चों सहित कम से कम 83 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
1 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार, 28 पत्रकार भी शामिल
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, पिछले सप्ताहांत तक विरोध प्रदर्शन से जुड़े एक हजार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स के मुताबिक, गुरुवार तक कम से कम 28 पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने गुरुवार को कहा कि वे प्रदर्शनकारियों और आम लोगों के साथ-साथ पत्रकारों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं, वकीलों और मानवाधिकार रक्षकों, जिनमें महिला अधिकार कार्यकर्ता और उत्पीड़ित जातीय अल्पसंख्यक समूहों से संबंधित हैं, की सामूहिक गिरफ्तारी करने वाले अधिकारियों की जांच कर रहे हैं।