दुबईः ईरान में एक प्रमुख सुधारवादी कार्यकर्ता और दो फिल्ममेकर्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. स्थानीय मीडिया के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में पूर्व उप गृह मंत्री मुस्तफा ताजजादेह भी शामिल हैं. उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ काम करने और झूठ बोलकर जनता को भड़काने जैसे आरोप लगाए गए हैं. उनके अलावा नामी निर्देशक मोहम्मद रसूलफ और उनके साथी मुस्तफा अलीअहमद को भी शुक्रवार को हिरासत में ले लिया गया.
ईरान की मौजूदा इब्राहिम रायसी सरकार को इन दिनों जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. देश में खाने पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं. इसे लेकर हाल के महीनों में विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं. अमेरिका से 2015 के परमाणु समझौते को बहाल करने और पाबंदियां हटाने को लेकर चल रही बातचीत भी ठप हो गई है. रॉयटर्स के अनुसार, मुस्तफा ताजजादेह को ईरान सरकार का मुखर विरोधी माना जाता है.
ईरान में सर्वोच्च नेता की निंदा करने पर जेल की सजा का नियम
पिछले हफ्ते उन्होंने कहा था कि परमाणु डील फेल होने, अर्थव्यवस्था की बर्बादी और जनता की बुरी हालत के लिए ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई को जिम्मेदार माना जाना चाहिए. रॉयटर्स के मुताबिक, यह अभी साफ नहीं है कि मुस्तफा की गिरफ्तारी क्या इसी बयान की वजह से गई है. क्योंकि ईरान में सर्वोच्च नेता की निंदा करने पर जेल की सजा का नियम है. मुस्तफा ताजजादेह के अलावा गिरफ्तार किए गए निर्देशक मोहम्मद रसूलफ और उनके साथी मुस्तफा अलीअहमद पर सरकार विरोधी संगठनों से संबंध रखने और सुरक्षा के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया है.
मुस्तफा ताजजादेह, रसूलफ पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं
ये दोनों अभिनेताओं और फिल्मकारों के उस ग्रुप में भी थे, जिसने पत्र लिखकर सुरक्षा बलों से हथियार डालने और देश को बचाने के लिए साथ आने की अपील की थी. ताजजादेह और रसूलफ पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं. ताजजादेह 2009 में हुए विद्रोह के मामले में जेल भी गए थे. 2020 में जर्मनी में गोल्डन बेयर अवॉर्ड जीत चुके रसूलफ भी दो मुकदमों का सामना कर रहे हैं. इनमें बिना इजाजत फिल्म बनाना और राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ काम करना शामिल है.