Russia Ukraine War Update : ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने सोमवार को कहा कि रूस को ड्रोन सप्लाई करने के दावे ‘निराधार’ हैं। वहीं यूक्रेनी सेना ने कहा कि उसके बलों ने पिछले 24 घंटों में 20 ड्रोन को मार गिराया है जिनमें से ज्यादातर ईरान निर्मित थे।
कीव : कुछ हफ्तों बाद रूस यूक्रेन युद्ध को आठ महीने पूरे हो जाएंगे। इस लड़ाई में अभी भी मरने वालों का सिलसिला जारी है। अब रूस इस जंग में आत्मघाती ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है और उसने पहली बार जापोरिज्जिया शहर को इसका इस्तेमाल किया है। एक अपार्टमेंट बिल्डिंग पर हुए मिसाइल हमले में मरने वालों का आंकड़ा 11 पहुंच गया है। क्षेत्रीय गवर्नर ओलेक्जेंडर स्टारुख ने कहा कि ईरान के Shahed-136 ड्रोन ने दो इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि शहर पर अन्य मिसाइलें भी दागी गई हैं जिनमें एक शख्स घायल हो गया। यूक्रेन के जवाबी हमलों के सामने कई मोर्चों पर रूस को पीछे हटना पड़ा है। जंग में बढ़त हासिल करने के लिए रूस ने अब ड्रोन तैनात करना शुरू कर दिया है।
यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों का कहना है कि आत्मघाती ड्रोन मिसाइलों से ज्यादा सस्ते और कम उन्नत हैं लेकिन जमीन पर नुकसान पहुंचाने में ये कारगर साबित हुए हैं। ईरान का Shahed-136 ड्रोन कई घंटों तक हवा में रह सकता है। अपने संभावित लक्ष्यों पर चक्कर लगाने के बाद यह दुश्मन सैनिकों, उनके सुरक्षा कवच और इमारतों से टकराता है और विस्फोट हो जाता है। हालांकि ईरान ने रूस को ड्रोन मुहैया कराने की खबरों को खारिज किया है।
ईरान ने रूस को ड्रोन देने से किया इनकार
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने सोमवार को कहा कि रूस को ड्रोन सप्लाई करने के दावे ‘निराधार’ हैं। वहीं यूक्रेनी सेना ने कहा कि उसके बलों ने पिछले 24 घंटों में 20 ड्रोन को मार गिराया है जिनमें से ज्यादातर ईरान निर्मित थे। खबरों की मानें तो बुधवार को रूस ने कथित तौर पर कीव से करीब 90 किमी की दूरी पर बिला त्सेरकवा शहर पर बमबारी करने के लिए छह ड्रोन और तैनात किए जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। क्षेत्रीय गवर्नर ने इसकी जानकारी दी है।
यूक्रेन में तबाही मचा रहा ईरानी ड्रोन
हाल में रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना करते हुए जापोरिज्जिया प्रांत के अपने देश में विलय की घोषणा की थी। इस प्रांत में यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थित है। ईरान के सुसाइड Shahed-136 डेल्टा-विंग ड्रोन इससे पहले उत्तर-पूर्वी खारकीव क्षेत्र में यूक्रेनी तोपों के ठिकानों के ऊपर देखे गए थे जहां इन्होंने भारी नुकसान पहुंचाया था। ईरानी ड्रोन ने युद्ध के विशालकाय क्षेत्र में यूक्रेन के लिए बचाव को बेहद मुश्किल कर दिया है।
शहीद ड्रोन से बचना बेहद मुश्किल
स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग फर्म रेड सिक्स सॉल्यूशंस एलएलसी के संस्थापक स्कॉट क्रिनो कहते हैं कि शहीद-136 का इस्तेमाल बड़े प्रभाव के साथ किया जा सकता है, पहला- रडार सिस्टम को निशाना बनाकर और दूसरा- तोपों पर हमला करके। उन्होंने बताया कि ईरानी ड्रोन के पास एंटीजैमिंग सिस्टम भी हैं जो यूक्रेन के लिए मुकाबला करना मुश्किल बना सकते हैं। एक बार शहीद ड्रोन ने अगर अपना टारगेट लॉक कर लिया तो उसे रोकना मुश्किल होता है।