Iron Dome Israel : इजरायली आयरन डोम का अमेरिका भी दीवाना, अगले महीने पेट्रियट और THAAD के साथ तैनाती की तैयारी

इजरायल मिसाइल रक्षा संगठन के डायरेक्टर मोशे पातेल ने कहा कि इस परीक्षण में आयरन डोम ने अमेरिकी सिस्टम के साथ इंटरऑपरेबल होने के दौरान सभी खतरों को रोक दिया। मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण ने दो आयरन डोम डिफेंस सिस्टम बैटरियों में से एक ने ही अपनी ताकत दिखाते हुए अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक हिट किया।

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आयरन डोम
वॉशिंगटन: इजरायल के आयरन डोम का अमेरिका भी कायल हो गया है। यही कारण है कि सितंबर में इस एयर डिफेंस सिस्टम को गुआम में अमेरिकी मिलिट्री बेस पर तैनात किया जा सकता है। अमेरिकी सेना ने इजरायली डिफेंस सिस्टम का क्रिटिकल इंटरसेप्टर टेस्ट भी पूरा कर लिया है। आयरन डोम को अमेरिकी सेना में शामिल करने के लिए 2020 से ही तैयारियां चल रही थी। इजरायल ने इससे जुड़े टेस्ट को पूरा करने के लिए अमेरिका को आयरन डोम की दो बैटरी भी उपलब्ध करवाई थी। इजरायली रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, इसी साल जून में अमेरिका के न्यू मैक्सिको में स्थित व्हाइट सैंड्स मिसाइल रेंज में इजरायल मिसाइल रक्षा संगठन (आईएमडीओ) के समन्वय में दूसरा सफल परीक्षण किया गया था।

परीक्षण के दौरान आयरन डोम ने दिखाई अपनी ताकत
इजरायल मिसाइल रक्षा संगठन के डायरेक्टर मोशे पातेल ने कहा कि इस परीक्षण में आयरन डोम ने अमेरिकी सिस्टम के साथ इंटरऑपरेबल होने के दौरान सभी खतरों को रोक दिया। मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण ने दो आयरन डोम डिफेंस सिस्टम बैटरियों में से एक ने ही अपनी ताकत दिखाते हुए अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक हिट किया। आयरन डोम को बनाने वाली कंपनी राफेल अडवांस डिफेंस सिस्टम के कार्यकारी उपाध्यक्ष और एयर एंड मिसाइल डिफेंस डायरेक्टरेट के हेड ब्रिगेडियर जनरल पिनी युंगमैन ने कहा कि एक बार फिर, आयरन डोम ने युद्ध के हालात में अपनी प्रभावशीलता और परिचालन क्षमताओं को साबित कर दिया है।

गुआम नेवल बेस पर हो सकती है तैनाती
अमेरिका इजरायल के आयरन डोम को गुआम नेवल बेस पर तैनाती की योजना बना रहा है। आयरन डोम की तैनाती का फैसला प्रशांत महासागर में चीन की आक्रामकता को देखने के बाद लिया गया है। अमेरिकी सेना ने फोर्ट ब्लिस, टेक्सास से दूसरी बटालियन, 43वीं एयर डिफेंस आर्टिलरी रेजिमेंट के सैनिक गुआम पर आयरन डोम बैटरी का संचालन करेंगे। जापान में तैनात अमेरिकी सेना की 38वीं एयर डिफेंस आर्टिलरी ब्रिगेड के सैनिक भी इस इस सिस्टम को ऑपरेट करने में सहयोग करेंगे। इस पूरे मिशन को ऑपरेशन आयरन आइलैंड का नाम दिया गया है।

इजरायल का आयरन डोम कितना ताकतवर?
आयरन डोम एक छोटी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है। इसे रॉकेट, तोपखाने और मोर्टार के हमले को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। इजरायल का यह सिस्‍टम कई बार अपनी ताकत का लोहा मनवा चुका है। आयरन डोम रक्षा प्रणाली हर मौसम में काम कर सकती है। आयरन डोम दुश्मन के प्रोजेक्टाइल हमले के बाद उसकी रेंज और निशाने पर लिए गए क्षेत्र की दिशा की जांच करता है। अगर हमला किसी आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाकर किया गया है तो सिस्टम वॉर्निंग सायरन बजाता है। सायरन बजने के बाद लोगों के पास सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए 30 से 90 सेकंड का समय होता है।

इजरायल का रक्षा कवच है आयरन डोम
आयरन डोम अपने रेडॉर की मदद से हमले का अंदाजा लगाते हुए काउंटर मिसाइल लॉन्च करता है। यह मिसाइल दुश्मन के रॉकेट को हवा में नष्ट कर देती है। सामान्यत दुश्मन के एक रॉकेट को नष्ट करने के लिए आयरन डोम को दो मिसाइलें दागनी पड़ती है। आयरन डोम के प्रत्‍येक लॉन्‍चर में 20 इंटरसेप्‍टर मिसाइलें होती हैं। इन मिसाइलों में दुश्मन के रॉकेट और मिसाइलें को इंटरसेप्ट करने की बेजोड़ क्षमता होती है। यह 70 किमी की ऊंचाई तक रॉकेट हमले को रोक सकती हैं। हालां‍कि इसके लिए इजरायल को भारी खर्च भी करना पड़ता है। आयरन डोम की प्रत्‍येक इंटरसेप्‍टर मिसाइल की कीमत 50 हजार डॉलर के आसपास होती है। इजरायल ने हमले के खतरे को देखते हुए पूरे देश में अज्ञात जगहों पर आयरन डोम सिस्‍टम की बैटरी को तैनात कर रखा है।