क्या छत्तीसगढ़ में सीएम चेहरे को लेकर जातिगत समीकरण में उलझी है बीजेपी?

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ओबीसी वर्ग से ही आते हैं और देश में इस वक्त ओबीसी पॉलिटिक्स का माहौल है. ऐसे मे विपक्षी पार्टी के लिए प्रदेश में सीएम का चेहरा (CM Face for BJP)  तय करना काफी मुश्किल होता जा रहा है. इसलिए बीजेपी ने 2023 का चुनाव पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे पर लड़ने का फैसला लिया है. वैसे भी प्रदेश में सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट करने को लेकर बीजेपी अभी असमंजस में है.

दरअसल, कई खेमों में बंटे बीजेपी के नेता नेतृत्व को लेकर अपने-अपने स्तर पर अपनी मौजूदगी जताने में जुटे हुए हैं, लेकिन इस वक्त केन्द्रीय नेतृत्व जातिगत समीकरण को लेकर सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट करने को लेकर असमंजस की स्थिति में है.

‘बीजेपी में सीएम भूपेश बघेल के कद का कोई चेहरा नहीं’
पार्टी के भीतर ही कई दफा आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने की मांग उठ चुकी है, जबकि कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ओबीसी वर्ग से आते हैं और अब तक पार्टी का चेहरा रहे हैं. दूसरी ओर रमन सिंह सामान्य वर्ग से आते हैं. ऐसी स्थिति में बीजेपी इन्ही समीकरणों में उलझी हुई है. जिसे लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर तंज कस रही है कि बीजेपी में सीएम भूपेश बघेल के कद का कोई चेहरा है ही नहीं है.

सीएम चेहरे के दावों के बीच पसोपेश में बीजेपी आलाकमान
बीजेपी में रमन सिंह पहले ही ये कह चुके हैं कि वे भी सीएम पद का एक छोटा-सा चेहरा हैं. कुछ इसी तरह का बयान पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का भी आया था, जिसमें उन्होने खुद को पार्टी का चेहरा बताया था. इसके अलावा आदिवासी नेता रामविचार नेताम और नंदकुमार साय भी ये दावा कर चुके हैं कि आदिवासी वर्ग से पार्टी का चेहरा वे ही हैं. इन तमाम दावों को बीजेपी में खेमेबाजी और आपसी होड़ से जोड़कर देखा जा रहा है. इस बीच बीजेपी नेता सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट नहीं करना अपनी रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं.

एक वर्ग पर दांव खेल कोई रिस्क लेना नहीं चाहती बीजेपी
साल 2018 के चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद बीजेपी के भीतर चल रही खेमेबाजी किसी से छिपी नहीं है. बीजेपी आलाकमान इसीलिए किसी एक वर्ग के चेहरे पर दांव खेलकर कोई रिस्क लेना नहीं चाहता. लेकिन बड़ा सवाल ये भी है कि बीजेपी नेताओं के खुलकर दावेदारी पेश करने को केन्द्रीय नेतृत्व कैसे रोक पायेगा ? फिलहाल तो पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. पीएम मोदी के चेहरे को ही सर्वमान्य बताया जा रहा है. जबकि पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है कि भूपेश बघेल के चेहरे पर कांग्रेस पार्टी साफ हो जाएगी.