Multi-Disciplinary Cultural Centre: 31 मार्च 2023 को एनएमएसीसी के दरवाजे दर्शकों के लिए खोल दिए जाएंगे। इसमें एक तीन मंजिला इमारत में परफॉर्मिंग और विजुएल आर्टस का प्रदर्शन होगा। परफॉर्मिंग आर्ट के लिए ‘द ग्रैंड थिएटर, द स्टूडियो थिएटर और द क्यूब शामिल जैसे शानदार थिएटर बनाए जाएंगे। यह सांस्कृतिक केंद्र कला के क्षेत्र में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
नई दिल्ली: रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) की निदेशक ईशा अंबानी (Isha Ambani) ने गुरुवार को ऐलान किया कि मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में एक बहु-कला सांस्कृतिक केंद्र खोला जाएगा। यह केंद्र उनकी मां नीता एम अंबानी (Nita M Ambani) को समर्पित होगा। इस केंद्र का नाम नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (NMACC) होगा। यह सांस्कृतिक केंद्र कला के क्षेत्र में अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
लॉन्च के मौके पर होंगे कार्यक्रम
लॉन्च के मौके पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई जाने माने कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। 31 मार्च 2023 को एनएमएसीसी के दरवाजे दर्शकों के लिए खोल दिए जाएंगे। इसमें एक तीन मंजिला इमारत में परफॉर्मिंग और विजुएल आर्टस का प्रदर्शन होगा। परफॉर्मिंग आर्ट के लिए ‘द ग्रैंड थिएटर, द स्टूडियो थिएटर और द क्यूब शामिल जैसे शानदार थिएटर बनाए जाएंगे। इन सभी में एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। ‘द ग्रैंड थिएटर’ में दो हजार दर्शक एक साथ कार्यक्रम का मजा उठा सकेंगे। भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रदर्शनी के लिए 16 हजार वर्गफुट में फैला एक चार मंजिला आर्ट हाउस भी लॉन्च होगा।
तीन दिवसीय लॉन्च कार्यक्रम में भारतीय नाटककार और निर्देशक फिरोज अब्बास खान, लेखक और कॉस्ट्यूम एक्सपर्ट हामिश बाउल्स (एडिटर-इन-चीफ, द वर्ल्ड ऑफ इंटीरियर्स, इंटरनेशनल एडिटर-एट-लार्ज, वोग यूएस), भारत के प्रमुख सांस्कृतिक सिद्धांतकार रंजीत होसकोटे और जेफरी डिच (अमेरिकी क्यूरेटर, समकालीन कला संग्रहालय (MOCA), लॉस एंजिल्स के पूर्व निदेशक) अपने कलात्मक प्रदर्शन और विचारों को दर्शकों के सामने रखेंगे।
सपना था ऐसा प्लेटफार्म बनाने का
ईशा अंबानी के मुताबिक, नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र सिर्फ एक स्पेस नहीं है। ये कला, संस्कृति और भारत के लिए उनकी मां के जुनून की परिणति है। उन्होंने हमेशा एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने का सपना देखा है जहां दर्शक, कलाकार और रचनात्मक लोग इकट्ठा हो सकें।