Ishan Kishan: जर्सी नंबर को लेकर जब ईशान किशन के साथ हो गया था खेल, फिर मां की इस सलाह ने फिट कर दिया मामला

Ishan Kishan: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने बताया कि कैसे जर्सी नंबर को लेकर वे उलझन में पड़ गए थे। हालांकि इसके बाद उनकी मां ने एक खास सलाह दी जिसके बाद उनके जर्सी का नंबर बदल गया। इसके अलावा उन्होंने धोनी के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में भी बताया।

ईशान किशन
ईशान किशन

रांची: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन लिमिटेड ओवरों में धमाल मचा रहे हैं। ईशान ने हाल में बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक जड़कर सनसनी मचा दी थी। वहीं अब ईशान किशन ऋषभ पंत के बाद दूसरे सबसे भरोसेमंद विकेटकीपर बल्लेबाज का विकल्प बन चुके हैं। ईशान को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी मौका मिला था लेकिन उसमें वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे।

वहीं अब टी20 सीरीज में दम दिखाने की बारी है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टी20 मैच रांची में खेला जाएगा और ईशान किशन का यह घरेलू मैदान भी है। ईशान 14 साल की उम्र से ही रांची में खेल रहे हैं। ऐसे में बीसीसीआई टीवी को दिए एक खास इंटरव्यू में ईशान किशन ने टीम इंडिया में अपनी जर्सी नंबर से लेकर धोनी का ऑटोग्राफ तक के बारे में रोचक बातें बताई।

ईशान किशन बता हैं कि, ‘जब मुझे टीम में जगह मिली तो मुझे अपने जर्सी नंबर को लेकर पूछा गया। मुझे 23 नंबर की जर्सी चाहिए थी लेकिन यह नंबर पहले ही कुलदीप यादव को दे दिया गया था। ऐसे में मैंने अपनी मां से सलाह ली और उन्होंने फिर 32 नंबर की जर्सी लेने को कहा। फिर क्या मैंने बिना कुछ समझे 32 नंबर की जर्सी ले ली।’

उन्होंने कहा, ‘मैंने 14 साल की उम्र में एक प्रोफेशनल क्रिकेटर के तौर पर अपनी शुरुआत की थी जब मैं पटना से रांची आ गया था। इसके बाद मुझे पहली बार भारत के अंडर-19 टीम में खेलने का मौका मिला और फिर टीम इंडिया में मुझे जगह मिली।’

ईशान ने कहा, ‘क्रिकेट में मेरे आदर्श महेंद्र सिंह धोनी हैं। मैं भी झारखंड से खेलता हूं और वे इसी टीम से खेले हैं। ऐसे में मैं उन्ही की तरह बनना चाहता हूं। बांकी मैं अपने खेल के बारे में बता दूं कि मुझे किसी चीज का डर नहीं लगता है। मेरे रास्ते में जो भी आता है उसको मैं एक चुनौती के तौर पर लेता हूं।’

ईशान किशन ने इस इंटरव्यू के दौरान महेंद्र सिंह धोनी से ऑटोग्राफ के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं एक बार महेंद्र सिंह धोनी से ऑटोग्राफ के लिए कहा था। उस समय में 18 साल का साथ। यह पहली बार था जब मैंने उनको सामने से देखा था। वो क्षण मेरे लिए यादगार है। धोनी का ऑटोग्राफ मिलना मेरे लिए गर्व की बात है।’