नेपाल में ISI Agent की गोली मारकर हत्या, भारत भेजता था नकली नोट, दाऊद की डी कंपनी से था कनेक्शन

पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के के लिे काम करने वाले एजेंट की पहचान 55 वर्षीय लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दारजी के रूप में हुई है। आईएसआई के कहने पर लाल मोहम्मद पाकिस्तान और बांग्लादेश से नेपाल में नकली भारतीय करेंसी लाता था और फिर वहां से भारत को सप्लाई करता था।

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प्रतीकात्मक तस्वीर

काठमांडू: नेपाल में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट की उसी के घर के बाहर हत्या हुई है। पाकिस्तान अपने इसी एजेंट के जरिए भारत में नकली नोटों की खेप भिजवाता था। इस एजेंट की हत्या क्यों और किसने की, इसका पता नहीं चल सका है। हालांकि, हत्या का पूरी घटना घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। इसमें कार से उतरते समय पाकिस्तानी एजेंट को अज्ञात हमलावर गोली मारते दिखाई दे रहे हैं। मारे गए एजेंट के डी कंपनी के साथ भी संबंध बताए जा रहे हैं। पाकिस्तान लंबे समय से नेपाल को लॉन्च पैड के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।

भारत में नकली करेंसी भेजता था मारा गया आईएसआई एजेंट
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के के लिे काम करने वाले एजेंट की पहचान 55 वर्षीय लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दारजी के रूप में हुई है। आईएसआई के कहने पर लाल मोहम्मद पाकिस्तान और बांग्लादेश से नेपाल में नकली भारतीय करेंसी लाता था और फिर वहां से भारत को सप्लाई करता था। रिपोर्ट में खुफिया अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि लाल मोहम्मद ने आईएसआई को लॉजिस्टिक्स सपोर्ट में भी मदद की और अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के डी-गैंग से साथ भी संबंध थे। उसने अन्य आईएसआई एजेंटों को भी शरण दी थी।

सीसीटीवी में क्या दिखा?
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि लाल मोहम्मद काठमांडू के गोथार इलाके में अपने घर के बाहर लग्जरी कार से नीचे उतरा। उसके कुछ देर बाद दो हमलावरों ने उस पर फायरिंग कर दी। लाल मोहम्मद ने अपनी कार के पीछे छिपने की कोशिश की लेकिन हमलावरों ने फायरिंग करना जारी रखा। फायरिंग की आवाज सुन लाल मोहम्मद की बेटी अपने पिता को बचाने के लिए घर की पहली मंजिल से नीचे कूद गई। लेकिन, वह जब तक अपने पिता के पास पहुंची, तब तक हमलावरों ने लाल मोहम्मद की हत्या कर दी और भागने में सफल रहे।

नेपाल में पैठ बढ़ा रही आईएसआई
आईएसआई अपनी पैठ को नेपाल में लगातार मजबूत कर रही है। नेपाल में उसे भारत से ज्यादा सुरक्षा मिलती है और आतंकी गतिविधियों को चलाने में आसानी होती है। इस कारण पिछले कुछ दशक से नेपाल आईएसआई आतंकियों का गढ़ बन गया है। कुछ साल पहले नेपाल से ही पाकिस्तानी सेना का एक रिटायर्ड अधिकारी गायब हो गया था। तब पाकिस्तान ने शक जताया था कि इसके पीछे भारतीय खुफिया एजेंसियों का हाथ है।