इजरायल के प्रधानमंत्री यायर लैपिड ने चुनाव में मानी अपनी हार, नए पीएम नेतन्याहू को दी जीत की बधाई

Israel PM Netanyahu Come Back : नेतन्‍याहू ने वादा किया है कि वह एक बार फिर से देश का गौरव वापस लाएंगे। उनके मुताबिक इजरायल के लोगों को सुरक्षा चाहिए और वोटिंग से यह साफ पता चल जाता है। गुरुवार को यायर लैपिड ने अपनी हार मानते हुए नेतन्‍याहू को बधाई दी।

Israeli PM
फाइल फोटो

 

यरुशलम : इजरायल के प्रधानमंत्री यायर लैपिड ने गुरुवार को चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली और विपक्षी नेता बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर चुनावी जीत पर बधाई दी। नेतन्याहू के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी दलों के गठबंधन ने संसद में बहुमत हासिल कर लिया है। नेतन्याहू-नीत दक्षिणपंथी गुट ने 120-सदस्यीय संसद में 64 सीट जीतकर बहुमत हासिल कर लिया। लैपिड ने नेतन्याहू से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के सभी विभागों को सत्ता के व्यवस्थित हस्तांतरण की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।

लैपिड ने ट्वीट किया, ‘इजरायल की संकल्पना किसी भी राजनीतिक विचार से ऊपर है। मैं नेतन्याहू को इजरायल और यहां के लोगों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’ इजरायल के लोगों ने देश में राजनीतिक गतिरोध को तोड़ने के लिए मंगलवार को चार साल में अभूतपूर्व पांचवीं बार मतदान किया। इजरायल में वर्षों तक नेतन्याहू राजनीतिक रूप से अजेय प्रतीत हो रहे थे, लेकिन 2021 में पार्टियों के एक अभूतपूर्व गठबंधन की ओर से सत्ता से बाहर किए जाने के बाद उन्हें एक करारा झटका लगा था।
किसे कितनी सीटें?
इस गठबंधन का एकमात्र लक्ष्य उन्हें सत्ता से बाहर करना था। केंद्रीय निर्वाचन समिति के ताजा आंकड़ों के अनुसार, नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 31 सीट, प्रधानमंत्री यायर लैपिड की येश अतीद को 24, रिलीजियस जियोनिज़्म को 14, नेशनल यूनिटी को 12, शास को 11 और यूनाइटेड टोरा जुदाइस्म को आठ सीटें प्राप्त होंगी।

एक साल में नेतन्याहू ने किया ‘कम बैक’
इजरायल में 2019 में 73 वर्षीय नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी एवं विश्वासघात के आरोप लगने के बाद से राजनीतिक गतिरोध चला आ रहा है। नेतन्याहू इजरायल के सर्वाधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने लगातार 12 वर्षों तक और कुल मिलाकर 15 साल तक देश पर शासन किया। उन्हें 2021 में सत्ता से हटना पड़ा था लेकिन एक साल में ही उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में वापसी की है।