कुल्लू. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने के बाद भारी तबाही हुई है. तबाही के निशान अब घाटी में साफ-साफ दिख रहे हैं. वहीं, जिस दौरान बादल फटा तो लोगों ने भागकर जान बचाई. इनमें टूरिस्ट भी शामिल थे.
टूरिस्ट ने न्यूज18 से बातचीत में बताया कि अल सुबह क्या हुआ. गोवा से मणिकर्ण घूमने आए पर्यटक विशाल ने कहा कि वह चोज के पास रुके थे और सुबह 5 बजे के आसपास भूकंप जैसा महसूस हुआ.
विशाल ने बताया कि बाहर निकले तो देखा कि बाढ़ आ रही थी. बड़े-बड़े पत्थर पेड़-पौधे बहकर आ रहे थे. जिस बिल्डिंग में हम थे, उसका भी कुछ हिस्सा बाढ़ में बह गया.
प्रत्यक्षदर्शी राजू ने कहा कि सुबह करीब 4:45 बजे के आसपास अचानक नाले में जोर की आवाजें सुनाई दी, जिसके बाद जब बाहर निकले तो देखा कि वह सारा मलबा, मिट्टी, पत्थरत और पेड़-पौधे बह रहे है.
आसपास के क्षेत्रों में लोगों को उठाया और फिर सुरक्षित स्थानों पर भागकर जान बचाई. इस दौरान दो कैंपिंग साइट में काम करने वाले लोग लापता हो गए. एक मकान से भी 2 लोग लापता हुए हैं.
घटना के दूसरे दिन भी एनडीआरएफ और एसडीआरएस की टीमें और होमगार्ड के जवान और स्थानीय लोग मलबा हटाने में जुटे हुए हैं. बाढ़ के मलबे से 3 घरों और आधा दर्जन कैम्पिंग साइट की भारी नुकसान हुआ है. बिजली लाइन और पेयजल सप्लाई बाधित है.
मलाणा नाले में भारी बाढ़ से पॉवर प्लांट को भारी नुकसान हुआ है. डैम साइट के पास महिला बही थी और उसकी मौत हो गई है.
क्षेत्र में बहुत सारे पर्यटक पहुंचे हुए हैं, लेकिन सभी सुरक्षित हैं. स्थानीय पंचायत प्रधान चुन्नीलाल ने कहा कि घटना में 4 लोगों के लापता होने की आशंका है और ऐसे में सर्च ऑपरेशन चल रहा है.