वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
बोर्ड टर्म वन की परीक्षाओं पर शिक्षकों ने सवाल उठाए है। शिक्षकों का आरोप है कि बार-बार एडमिशन तिथि आगे बढ़ाने के चलते टर्म 1 की परीक्षाएं 15 सितंबर से शुरू करना जल्दबाज़ी होगी। शिक्षा बोर्ड ने अप्रैल 2022 में टर्म 2 परीक्षाएं ली थी, तो कायदे से टर्म 1 परीक्षा 6 माह बाद यानि अक्तूबर माह में होनी चाहिए।
टर्म परीक्षा की डेटशीट का निर्धारण खेल कैलेंडर और बरसात का रौद्र रूप देखते हुए ही किया जाना चाहिए। टर्म 1 की परीक्षाएं देने से पहले विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए पर्याप्त वक्त दिया जाए और पढ़ाई के साथ-साथ खेलों का आयोजन भी यथावत होने दिया जाए क्योंकि खेलों का कैलेंडर इस डेटशीट से पहले जारी हुआ है।
शिक्षकों ने मामला उठाते हुए कहा कि जो बच्चे पहले दाखिल हुए , उनको मई में 23 और जून में 15 दिन ही पढऩे का मौका मिला और बेवक्त हुए अवकाश में स्कूल बंद रहे। अब भारी बरसात से आए दिन स्कूल बंद हो रहे हैं। इधर 25 अगस्त तक 10+2 में एडमिशन ही जारी रही है और जो विद्यार्थी 25 अगस्त तक दाखिल हुए, वे कब आधा पाठ्यक्रम पढ़ेंगे और कैसे 10 दिन में टर्म -1 प्रेक्टिकल और 20 दिन में टर्म -1 परीक्षा देंगे , इस पर विचार -विमर्श किया जाए। यह मांग राजकीय टीजीटी कला संघ ने प्रदेश शिक्षा सचिव व शिक्षा बोर्ड को भेजी है।