Divya Kumari State topper in inter science: जैक की ओर से संचालित मैट्रिक और इंटर साइंस का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया। 10वीं परीक्षा में 95.38 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं, जबकि इंटरमीडिएट साइंस में 81.45 फीसदी परीक्षार्थी सफल रहे। रामगढ़ की छात्रा दिव्या कुमारी 12वीं साइंस में स्टेट टॉपर बनीं।
मां सुबह 8 बजे घर से निकलती रात 8-9 बजे वापस लौटती
रामगढ़ गांधी स्मारक प्लस टू हाई स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली दिव्या कुमारी की मां कुसुम देवी ने बताया कि वह सिलाई का काम करती हैं। काम के सिलसिले में सुबह में आठ बजे निकलती थी, रात 8-9 बजे वापस लौटती थी। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी दिव्या दिन में खाना बनाने और घर का सभी काम करने के बाद परीक्षा देने जाती थी। लेकिन बेटी ने अपनी मेहनत के दम पर यह सफलता हासिल की। दिव्या के पिता श्लोक बिहारी रामा सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं।
खाना बनाने के साथ घर का सारा काम कर टॉपर बनीं दिव्या
दिव्या ने बताया कि वह अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता और स्कूल के शिक्षकों-प्राचार्य को देना चाहती हैं। साथ ही बचपन से पढ़ाने वाली टीचर के प्रति भी विशेष रूप से आभार व्यक्त करना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि वह प्रतिदिन पढ़ाई करती थी, लेकिन 11वीं और 12वीं में कभी कोचिंग नहीं लिया। अच्छे नंबर आने की उम्मीद जरूर थी, लेकिन नहीं जानती थी कि टॉपर बन जाएंगी। उन्होंने परीक्षा की तैयारी में लगे 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों को सलाह दी कि सभी प्रतिदिन मेहनत करें।
दिव्या की चाहत डॉक्टर बनने की
दिव्या आगे पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहती हैं। हालांकि वह यह भी स्वीकार करती हैं कि मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए उसके पास पैसे नही हैं, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार जरूर मदद करेंगी।
स्कूल प्रबंधन ने दिव्या को किया सम्मानित
गांधी स्मारक उच्च विद्यालय के प्रबंधक को रिजल्ट की खबर मिली, तो स्कूल के सभी शिक्षक भी खुशी से चहक उठे। स्कूल के प्राचार्य संतोष कुमार अनिल ने दिव्या और उनके परिजनों को स्कूल बुलाकर सम्मानित किया।
पिता पढ़ाते हैं ट्यूशन, बेटी मैट्रिक में बनी टॉपर
10वीं बोर्ड परीक्षा में पूर्वी सिंहभूम जिले की बेटी श्रेया सोनगिरी पूरे राज्य में पहले स्थान पर रहीं। श्रेया के पिता ट्यूशन पढ़ाते है, जबकि मां गृहिणी हैं। उपायुक्त की विजया जाधव की ओर से बुधवार को श्रेया को सम्मानित किया जाएगा। श्रेया चाकुलिया प्रखंड के आदिवासी उच्च विद्यालय पुरनापानी की छात्रा है। यह स्कूल वित्त रहित सहायता प्राप्त स्कूल की श्रेणी में आता है। स्कूल को सरकार की ओर से सहायता दी जाती है।