Jacinda Ardern ने किया इस्तीफा देने का ऐलान, न्यूज़ीलैंड ने कोविड को इनके नेतृत्व में हराया था

जैसिंडा अर्डर्न न्यूज़ीलैंड के प्रधानमंत्री (Jacinda Ardern will resign from PM post) पद से अगले महीने इस्तीफ़ा देंगी. बीते गुरुवार को जैसिंडा ने ये चौंकाने वाली घोषणा करते हुए कहा कि वो फरवरी के पहले हफ़्ते में ही इस्तीफ़ा देंगी और इस साल होने वाले चुनाव नहीं लड़ेंगी. आंसू रोकते हुए जैसिंडा अर्डर्न ने कहा कि बतौर प्रधानमंत्री बीते साढ़े पांच साल उनके लिए काफ़ी मुश्किल रहे और वो एक इंसान हैं. अर्डर्न ने कहा कि उनका इस्तीफ़ा देने की ज़रूरी है.

अगले महीने इस्तीफ़ा देंगी जैसिंडा अर्डर्न

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एक न्यूज़ कॉन्फ़्रेंस में अर्डर्न ने कहा, ‘इस साल गर्मियों में मुझे अगले साल के लिए ही नहीं बल्कि अगले टर्म के लिए तैयारी करनी थी. मैं ऐसा नहीं कर पाई.’

अर्डर्न ने कहा, ‘मुझे पता है कि मेरे निर्णय के बाद कई तरह की चर्चाएं होंगी और लोग ‘असली कारण’ पता करने की कोशिश करेंगे. 6 साल बहुत बड़े चैलेंजेस के बाद मैं एक इंसान ही हूं. नेता इंसान होते हैं. हम अपने काम में सबकुछ झौंक देते हैं जब तक झौंक सकते हैं. और फिर अंत समय आता है. मेरे लिए अंत समय आ गया है.’

अर्डर्न ने कहा कि एक पद के साथ बड़ी ज़िम्मेदारियां भी आती हैं. ये समझने का भी दायित्व होता है कि आप कब नेतृत्व करने के काबिल हैं और कब नेतृत्व करने के काबिल नहीं हैं. अर्डर्न ने कहा कि वो प्रधानमंत्री पद का उत्तरदायित्व सही ढंग से नहीं निभा सकती. 7 फरवरी को अर्डर्न का प्रधानमंत्री कार्यकाल खत्म हो रहा है. अगले आम चुनाव होने तक वो सांसद पद पर रहेंगी.

नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा

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न्यूज़ीलैंड लेबर पार्टी अगले रविवार को वोटिंग से नया पार्टी लीडर चुनेगी, पार्टी लीडर ही न्यूज़ीलैंड का अगला प्रधानमंत्री होगा और अगले आम चुनाव तक प्रधानमंत्री पद पर रहेगा. 14 अक्टूबर को न्यूज़ीलैंड में आम चुनाव होने हैं.

उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री, ग्रांट रोबर्टसन ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि वो न्यूज़ीलैंड लेबर पार्टी के अगले लीडर नहीं बनना चाहते.

दुनिया की सबसे कम उम्र की हेड ऑफ द गवर्मेंट

2017 में न्यूज़ीलैंड ने 37 साल की जैसिंडा अर्डर्न को प्रधानमंत्री चुना. वो सबसे कम उम्र की हेड ऑफ द गवर्मेंट बनी.

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कोविड की जंग में देश को जीताया

2020 में जब भारत समेत दुनियाभर के लोग कोविड पैंडमिक से लड़ रहे थे. जैसिंदा अर्डर्न ने ऐसे कदम उठाए कि न्यूज़ीलैंड कोविड संक्रमण को रोकने में सफ़ल होने वाला पहला देश बन गया. न्यूज़ीलैंड ने एक भी केस न आने के 100 दिन सबसे पहले पूरे किए. मार्च में ही देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था. अर्डर्न की लीडरशिप की दुनियाभर में तारीफ़ हुई.

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2022 में जब न्यूज़ीलैंड में ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ा जब अर्डर्न ने अपनी शादी रद्द कर दी.

2019 में न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च स्थित एक मस्जिद में आतंकवादी हमला हुआ. इस हमले में 50 लोगों की जान चली गई और 40 घायल हो गए. अर्डर्न ने श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लिया और मुस्लिम पुरुषों और महिलाओं को गले लगाया. ये पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल था.

 New Zealand Prime Minister Jacinda Ardern says will resign next month The Guardian

जैसिंडा अर्डर्न की न्यूज़ीलैंड में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया ने तारीफ़ की. दुनियाभर के नेताओं को उनसे सबक लेना चाहिए.