ऋषभ पंत के T20I में फ्लॉप शो पर बोले जडेजा, वह किसी भी भूमिका में फिट नहीं हैं

ऋषभ पंत के टी20 इंटरनेशनल में फ्लॉप होने की वजह का खुलासा अजय जडेजा ने किया है. (AFP)

ऋषभ पंत के टी20 इंटरनेशनल में फ्लॉप होने की वजह का खुलासा अजय जडेजा ने किया है.

नई दिल्ली. पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा का मानना ​​​​है कि टी20 इंटरनेशनल टीम में ऋषभ पंत की भूमिका पर स्पष्टता की कमी रही है. और यही वजह है कि विकेटकीपर-बल्लेबाज अब तक इस फॉर्मेट में नाकाम रहे हैं. जडेजा ने पंत की दिनेश कार्तिक के साथ तुलना करते हुए हुए कहा कि अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज को अपनी सटीक भूमिका के बारे में पता है. केएल राहुल को इंदौर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच के लिए आराम दिया गया था. टीम इंडिया ने रोहित शर्मा के साथ ऋषभ पंत को ओपनिंग के लिए भेजा.

ऋषभ पंत ने 14 गेंदों पर 27 रन पर आउट होने से पहले कुछ अच्छे शॉट भी खेले. उन्होंने अपनी इस छोटी सी पारी में 3 चौके और 2 छक्के लगाए. टी20 इंटरनेशनल में बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए एक और विफलता पर विचार करते हुए रवींद्र जडेजा ने कहा कि थिंक टैंक को इस फॉर्मेट में ऋषभ पंत के लिए एक विशिष्ट जगह नहीं मिली है. क्रिकबज पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, ”भारतीय टीम रोल-प्लेइंग एक्ट में आगे बढ़ गई है, और वह किसी भी भूमिका में फिट नहीं है, वहीं वह हार गया है. डीके ने शानदार पारी खेली. उस रोल-प्ले के साथ जो वह कर रहे हैं, यह काम करता है.”

ऋषभ पंत इंदौर टी20 के दौरान अपनी छोटी सी पारी में खतरनाक दिखे थे. उन्होंने लुंगी एनगिडी को पांचवें ओवर में दो चौकों और दो छक्कों के लिए भेजा. अजय जडेजा ने आगे कहा कि वह कार्तिक से बहुत कुछ सीख सकते हैं, जो अपने अधिकांश अंतरराष्ट्रीय करियर के लिए इसी तरह के दौर से गुजरे हैं.

अजय जडेजा ने कहा, ”उन्हें सीखने के लिए डीके में एक साथी मिला है. वह उससे पूछ सकते हैं, ‘सुनो, मुझे क्या करना चाहिए? क्या ऐसा कुछ है, जो मैं गलत कर रहा हूं? आप इससे गुजर चुके हैं. मुझे रास्ता दिखाओ. मैं कितना भी बड़ा प्रशंसक हो जाऊं, आप कब तक उसके साथ बने रहेंगे? प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस यही प्रारूप है. इसलिए यह कुछ ऐसा है, जिसका उन्हें पता लगाना है.”

उन्होंने कहा, ”उन्हें ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है, उन्हें अपने बैटिंग पार्टनर की तरफ देखना होगा. कार्तिक में विश्वास करने और स्वीकार करने में टीम को 15 साल लग गए. डीके में भी ऐसी ही प्रतिभा थी. टीम उन्हें वापस लाती रही, लेकिन अगर आप डिलीवर नहीं करते हैं, तो टीम आपको अंततः कहीं न कहीं छोड़ देती है.”