जगुआर, मर्सिडीज से चोरी करने निकलता था, नंगे पांव वारदात को देता था अंजाम… जानिए क्यों कहा जा रहा ‘रॉबिनहुड’

Ghaziabad Thief Arrest News: लग्जरी कार से चोरी करने के लिए निकलने वाले गैंग के एक सदस्य की गिरफ्तारी हुई है। गैंग के 11 बदमाशों की गिरफ्तारी हो चुकी है। गैंग के सदस्य जगुआर, मर्सिडीज से चोरी करने के लिए निकलता था। पकड़ा गया चोर बिहार का रहने वाला है। उसके चोरी की राशि से गरीबों के इलाज, लड़कियों की शादी के नाम पर मदद की बात सामने आई है।

Ghaziabad Police

गाजियाबाद: फिल्मों में रॉबिनहुड को खूब देखे होंगे। ये असल जिंदगी का रॉबिनहुड है। लग्जरी कारों से नंगे पांव चोरी करने जाता था। चोरी का एक हिस्सा समाजसेवा में खर्च करता था। बिहार में अपने गांव में उसने एक करोड़ रुपये खर्च कर रोड भी बनवाई थी। गरीबों के इलाज, लड़कियों के विवाह आदि के लिए भी दिल खोलकर मदद करता। पुलिस उसके गैंग के 11 बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। गैंग लीडर पर गैंगस्टर एक्ट लगाया तो वह फरार हो गया। अब उसे भी दबोचा गया है। आरोपी ने यूपी, दिल्ली, बिहार, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश में भी चोरी की कई वारदात कबूल की हैं। पिछली बार बिहार उसे गिरफ्तार करने पुलिस टीम पहुंची थी तो ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि इरफान को पहले भी गिरफ्तार किया गया था। गैंगस्टर एक्ट लगने के बाद से वह फरार हो गया था। उसकी तलाश में सीतामढ़ी (बिहार) तक कार्रवाई करने के लिए गई थी। चोरी के दौरान वारदात स्थल पर कोई आहट न हो, निशान न छूट जाए इसीलिए वह नंगे पैर ही वारदात के लिए जाता था। इरफान गाजियाबाद, दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, बिहार, गोवा, उत्तर प्रदेश के दूसरे जिलों समेत देश के कई हिस्सों में चोरी की वारदात कर चुका। चोरी करने वह लग्जरी कार से निकलता था। फिर नंगे पैर ही मकान के अंदर जाता था।

आरोपी इरफान ने पुलिस को बताया कि नंगे पैर जाने से पहले तो आवाज नहीं होती थी। दूसरा, शुरुआत की कुछ वारदात के बाद यह उसकी आदत बन गई। अब नंगे पैर वारदात करना उसे पसंद है। पुलिस ने बताया कि जगुआर, मर्सिडीज समेत कर्ह महंगी कार से चोरी करने जाता था। इस प्रकार की कार को ज्यादातर पुलिस बिना इनपुट के रोकती नहीं है। इसी का वह फायदा उठाकर वह फरार हो जाता था।

समाजसेवा से बनाई अपनी अलग इमेज
वारदात के बाद पुलिस से अपने गैंग को बचाने के लिए इरफान अपने क्षेत्र में अच्छी छवि बनाकर रखता था। इसके लिए वह गांव जोगिया गाढ़ा (बिहार) के लोगों का इस्तेमाल करता था। चोरी के बाद मिलने वाले रुपये से उसने अपने गांव में कई विकास कार्य करवाए थे, जिसमें सड़क निर्माण भी शामिल हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि उसने अपने समेत 7 गांवों में एक करोड़ रुपये खर्च कर सड़क का निर्माण करवाया था। इसके साथ ही वह गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी और लोगों की बीमारी इलाज के लिए रुपये देता था। जब पुलिस ने उसके गांव में दबिश दी थी तो भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।