जयराम का आरोप…बदले की भावना से बदले जा रहे सराज से कर्मचारी

पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सराज विधानसभा क्षेत्र में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को बदले की भावना से यहां से तबदील करके दुर्गम क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। आज सराज में एसडीएम सहित अन्य पद खाली चल रहे हैं, जिससे लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। यह आरोप जयराम ठाकुर ने अपने गृहक्षेत्र सराज के दौरे के दौरान शिल्हीबागी में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए लगाया।

बैठक को संबोधित करते नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर

जयराम ठाकुर ने कहा कि सराज में एसडीएम, बीडीओ और अधिशाषी अभियंताओं सहित कई पद खाली चल रहे हैं और जो यहां अधिकारी तैनात थे। उन्हें दुर्गम क्षेत्र लाहौल, भरमौर, पांगी और किनौर भेजा जा रहा है। स्कूलों में अध्यापकों के खाली पदों को भरा नहीं जा रहा है और बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। जिन योजनाओं के काम पूर्व सरकार के समय से चल रहे हैं उनका बजट रोक दिया गया है। बदले की भावना से विकास को प्रभावित किया जा रहा है। इस प्रकार का भेदभाव कतई सहन नहीं किया जाएगा और आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता इसका कड़ा जवाब देगी।

जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आते ही इस सरकार ने ऋण का रोना रोया। मेरे ऊपर आरोप लगाते रहे कि जयराम ने इतना ज्यादा ऋण लिया। जैसे मैंने अपने घर के लिए कर्जा लिया हो। क्या आज से पूर्व में रही सरकारों ने बिना ऋण ही पांच साल काटे। मैंने पहले दो वर्ष में केवल पांच हज़ार करोड़ का ऋण लिया था, जबकि इस कांग्रेस सरकार ने पहले तीन महीने में ही छः हज़ार करोड़ का ऋण ले लिया।

यही रफ्तार रही तो आप अंदाजा लगा सकते हैं प्रदेश का क्या हाल होगा। इन्होंने कर्मचारियों के लिए ओपीएस का वादा किया था। उसको भी अभी तक पूरी तरह लागू नहीं कर पाए हैं। आप ओपीएस दो लेकिन उन बेरोजगारों और किसानों का भी ध्यान रखो जो तंगहाली में जीवन गुजर बसर कर रहे हैं। हमने 60 वर्ष से ऊपर सभी को पेंशन देने का कोई वादा या गारंटी नहीं दी थी फिर भी हमने इसे लागू कर आठ लाख से ज्यादा लोगों को इसका लाभ पहुंचाया।

जयराम ठाकुर ने कहा कि ये सरकार महिलाओं को हर साल 18000 देने का वायदा लेकर सत्ता में आई है। लेकिन आप ही बताइए किसी यहां की महिला को इसका लाभ मिला क्या? कांग्रेस पार्टी ने चुनावों में लोगों को ठगने का काम किया है। अब दी हुई गारंटियों से ये सरकार पीछे हटने लगी है। इस सरकार ने सत्ता में आते ही जो 900 से अधिक संस्थान बंद किए हैं, उन्हें भाजपा की सरकार आते ही बहाल किया जाएगा और इनके लिए सभी पांच साल के फैसलों पर हम भी समीक्षा करेंगे।