भारतीय रेलवे लगातार स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाने के लिए काम कर रही है. इसी कड़ी में राजस्थान के जैसलमेर रेलवे स्टेशन को भी हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं से लैस करने के लिए मंजूरी मिल चुकी है. 148 करोड़ रुपए की लागत से इस काम को पूरा होने में लगभग दो साल का समय लग जाएगा. इसके पुनर्विकास के लिए रेलवे विभाग द्वारा निर्माण कार्य करवाया जा रहा है.
हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं से होगा लैस
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, जैसलमेर रेलवे स्टेशन को बेहद आधुनिक तरीके से तीन मंजिला बनाया जाएगा. जिसमें हवाई अड्डे की तरह फ़ूड कोर्ट, वेटिंग रूम , एयर कंडीशनर विश्राम कक्ष, लिफ्ट एस्कलेटर, साफ-सफाई के लिए आधुनिक मशीनें मौजूद रहेंगी. इसे हैरिटेज स्वरूप दिया जाएगा. जहां नक्काशीदार झरोखे, जालियां, छतरियां आदि इमारत की खूबसूरती में चार चांद लगा देंगी.
प्लेटफॉर्म्स पर यात्रियों को जानकारी देने के लिए डिजिटल डिस्प्ले, दिव्यांग यात्रियों के लिए स्टेशन पर आने-जाने ले लिए निर्धारित मानकों के अनुरूप सुविधाएं मौजूद रहेंगी. बड़े पार्किंग स्थल, बरसात के पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था, सोलर पैनल और पर्याप्त अग्निशमन समेत सुरक्षा की दृष्टि से सारे बंदोबस्त किए जाएंगे.
सौंदर्यीकरण में कला और संस्कृति की दिखेगी झलकियां
मिली जानकारी के अनुसार, रेलवे स्टेशन के आधुनिकरण कार्य की जिम्मेदारी बीकानेर की एक निर्माण कंपनी एसकेटी एसजीसीसीएल को सौंपी गई है. जिसका काम सितंबर के अंत तक शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. इस कार्य को पूरा होने में लगभग दो वर्ष का समय लगेगा. मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने एक मीडिया को बताया कि सामरिक और पर्यटन के नजरिए से महत्वपूर्ण जैसलमेर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा करवाया जा रहा है. रेलवे स्टेशन पर हवाई अड्डे जैसी सभी सुविधाएं मौजूद होंगी.
बीकानेर की कंपनी को इस निर्माण का ठेका दिया गया है. जिसकी तरफ से सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं. रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास निर्माण के दौरान इस बात को खास तवज्जो दी जाएगी कि इसके सौंदर्यीकरण में स्थानीय कला और संस्कृति की झलकियां दिखाई दे. इस इमारत के निर्माण में पीले पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा. गौरतलब है कि देश और दुनिया से आने वाले पर्यटकों की स्वर्ण नगरी में रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने के लिए काफी समय से मांग की जा रही थी.