रूस से भारत के संबंध पर जयशंकर ने सुनाई खरी-खरी… इन बयानों की जमकर हुई तारीफ

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुनिया के सामने भारत और रूस के संबंध पर खुलकर टिप्पणी की. (फोटो-ट्विटर)

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुनिया के सामने भारत और रूस के संबंध पर खुलकर टिप्पणी की.

नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले कुछ समय से विदेश यात्रा पर हैं. पहले अमेरिका फिर न्यूजीलैंड और अब ऑस्ट्रेलिया पहुंचे एस जयशंकर अपने बयानों के कारण दुनिया भर में चर्चा का विषय बने हुए हैं. उनके बयानों और भारत की कूटनीति को लेकर काफी प्रशंसा की जा रही है. सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि पश्चिमी देशों से हथियार की सप्लाई ना होने के कारण भारत की निर्भरता रूस पर थी. वहीं यूक्रेन को लेकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के वक्त एस जयशंकर ने कहा कि पश्चिमी देश देख रहे हैं कि हमारे पड़ोस में ही एक सैन्य तानाशाही वाला देश है फिर भी उसको सहयोगी बना रहे हैं.

बता दें कि जब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ है तब से पश्चिमी देश रूस को दुनिया से अलग करने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल, रूस कई देशों को हथियार, तेल व गैस सप्लाई करता है. युद्ध के दौरान कई देशों ने रूस से किसी भी तरह का व्यापार खत्म कर दिया. लेकिन भारत लगातार रूस के साथ व्यापार कर रहा है. ऐसे में भारत पर लगातार रूस की मदद करने का आरोप लगाया जा रहा है, जिसका जवाब एस जयशंकर ने बेबाकी से दिया है. हम आपको उन बयानों के बारे में बता रहे हैं, जिसके चलते दुनिया भर में विदेश मंत्री एस जयशंकर की प्रशंसा हुई.

रूस से तेल खरीदने पर विदेश मंत्री ने दिया जवाब
अगस्त के महीने में एस जयशंकर ने रूस से तेल खरीदने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा था कि हम उस देश से आते हैं, जहां प्रति व्यक्ति आय दो हजार डॉलर है. यहां लोग ऊंची कीमतों पर तेल नहीं खरीद सकते हैं. भारत के हितों को प्राथमिकता देते हुए एस जयशंकर ने कहा था कि हमारा कर्तव्य है कि हम अपने लोगों को दुनिया में जो सबसे अच्छा सौदा हो वह उपलब्ध करवाएं.

पाकिस्तान को एफ-16 पैकेज देने पर अमेरिका की लगाई क्लास
अमेरिका दौरे पर गए एस जयशंकर ने विदेश मंत्री के साथ साझा बातचीत के दौरान पाकिस्तान को एफ-16 पैकेज देने पर सख्त टिप्पणी की थी. एस जयशंकर ने अमेरिका से कहा था कि आप किसी को बेवकूफ नहीं बना सकते. उन्होंने कहा था कि ईमानदारी से बताऊं तो इस फैसले से ना तो पाकिस्तान को फायदा होगा और ना ही अमेरिका का कोई भला होने वाला है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि इससे भारत-अमेरिका का रिश्ता प्रभावित हो सकता है. हालांकि इस मुद्दे पर अमेरिका के विदेश मंत्री ने सफाई देते हुए कहा था कि यह पैकेज पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने के लिए दिया जा रहा है.

कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंधों पर दिया जवाब
एक अन्य कार्यक्रम में एस जयशंकर ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर कहा था कि इंटरनेट का बंद होना किसी की जान जाने से ज्यादा खतरनाक नहीं हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि जिस तरह से हमारा देश सूचना और तकनीक में महारथी है वैसे ही हमारा पड़ोसी अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के क्षेत्र में महारत हासिल कर चुका है.