जेम्स वेब ने देखा फैंटम गैलेक्सी का ‘दिल’, हबल के डेटा से जोड़ कर वैज्ञानिकों को मिली हैरान करने वाली जानकारी

James Webb Telescope: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने फैंटम गैलेक्सी की फोटो खींची है। नई तस्वीर में टेलीस्कोप ने गैस और धूल को देखा है। लेकिन केंद्र में मौजूद स्टार क्लस्टर एकदम साफ है। फैंटम गैलेक्सी का वैज्ञानिक नाम M74 है। ये गैलेक्सी धरती से 3.2 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद एक स्पाइरल आकाश गंगा है।

 

phantom galaxy
जेम्स वेब ने फैंटम गैलेक्सी का दिल देखा।

वॉशिंगटन: हबल टेलीस्कोप ने कई दशकों तक इंसानों के समाने अंतरिक्ष की गहराइयों की तस्वीरों को रखा है। लेकिन अब जेम्स वेब टेलीस्कोप उससे भी बेहतरीन तस्वीरें दुनिया को दे रहा है। जेम्स वेब टेलीस्कोप ने अब फैंटम आकाशगंगा की तस्वीरें खींची है। ये धरती से 3.2 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद एक स्पाइरल आकाश गंगा है। हबल और जेम्स वेब दोनों की फोटो मिलाकर भी एक तस्वीर बनाई गई है। यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के मुताबिक आकाशगंगा पाइसीस कॉन्सटिलेशन (Pisces Constellation) में है।

फैंटम गैलेक्सी को औपचारिक रूप से M74 के नाम से जाना जाता है। इस आकाश गंगा में भव्य स्पाइरल दिखते हैं। इसका मतलब है कि इसकी सर्पिल भुजाएं हैं, जो नई रिलीज़ की गई फोटो में स्पष्ट रूप से घूमी हुई दिखती हैं। तस्वीर को हबल टेलीस्कोप और वेब दोनों के ही डेटा के इस्तेमाल से बनाया गया है। जेम्स वेब टेलीस्कोप ने गैलेक्सी में गैस और धूल के फिलामेंट का पता लगाया है। तस्वीर में आकाश गंगा के केंद्र में एक साफ न्यूक्लियर स्टार क्लस्टर है, जो गैस के बादलों से मुक्त है।

सितारों के गठन का लगाया जा रहा पता
ESA ने बताया कि वेब टेलीस्कोप ने अपने मिड इन्फ्रारेड इंस्ट्रूमेंट (MIRI) का इस्तेमाल कर गैलेक्सी की जांच की जो स्टार गठन के शुरुआती चरणों को समझने से जुड़ी परियोजना का हिस्सा है। वेब टेलीस्कोप इंसानी आंखों से न दिखने वाले इन्फ्रारेड प्राकश को भी पकड़ लेता है। वहीं हबल टेलीस्कोप अल्ट्रावॉयलेट और दृश्य तरंगों को भी देख लेता है। हबल इसी कारण फैंटम गैलेक्सी में स्टार गठन के चमकते क्षेत्र को देखने में कामयाब रहा, जिसे HII के नाम से जाना जाता है।

सूर्य की परिक्रमा करता है वेब टेलीस्कोप
दोनों टेलीस्कोप के डेटा को मिलाने से वैज्ञानिकों को फैंटम गैलेक्सी को लेकर गहरी समझ हासिल हुई है। इसके साथ ही ब्रह्मांड की एक नई तस्वीर दुनिया के सामने आई है। नासा के वेब टेलीस्कोप ने 12 जुलाई को पहली हाई रिजॉल्यूशन वाली फोटो जारी की थी। हबल आकाश गंगा में सबसे दूर तक देखने की क्षमता रखता है। हबल टेलीस्कोप पृथ्वी की परिक्रमा करता है। लेकिन वेब टेलीस्कोप सूर्य की परिक्रमा करता है। वह पृथ्वी से लगभग 16 लाख किमी की दूरी पर है।