जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने देखी विशाल तारे की मौत, कैसे हुआ सब?

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) वैज्ञानिकों की उम्मीद के कहीं ज्यादा ही नतीजे दे रहा है. हाल ही में इस टेलीस्कोप ने NGC 3132 में साउदर्न रिंग नेबुला (Southern Ring Nebula) की तस्वीरें निकाली हैं, जिससे वैज्ञानिक इन तस्वीरों को जोड़ कर एक अव्यवस्थित तारे की मौत (Death of a messy Star) का अध्ययन करने को प्रेरित हुए. इस अध्ययन के लिए दुनिया भरे के 66 संगठनों के खगोलविदों का समूह जुटा और जेम्स टेलीस्कोप के आंकड़ों सहित  दुनिया के अन्य टेलीस्कोप की मदद से इस तारे की मौत का विस्तृत अध्ययन किया. इस तारे की मौत के बाद आस पास की धूल वैज्ञानिकों को स्पष्ट दिखाई दी जो उसी तारे से निकली थी

2500 साल पहले निकली थी गैस
करीब 2500 साल पहले इस तारे ने बहुत सारी गैस निकाली थी. जिससे यह साउदर्न रिंग नेबुला का निर्माण हुआ था जो NGC 3132 में स्थित है जेम्स टेलीस्कोप की ली गई इसी नेबुला की पांच तस्वीरों का  अवलोकन किया गया, जिसमें यूरोप, उत्तरी, दक्षिणी और मध्य अमेरिका, और एशिया के 66 संगठनों के 70 खगोलविद शामिल थे.

सूर्य से तीन गुना बड़ा था तारा
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक और मैक्वायर यूनिवर्सिटी के रिसर्च सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी, एस्ट्रोफिजिक्स एंड एस्ट्रोफोटोनिक्स की प्रोफेसर ओरसोला डि मैक्रो का कहना है कि यह तारा हमारे सूर्य से तीन गुना ज्यादा बड़ा था लेकिन उससे करीब 50 करोड़ साल पुराना था. इससे बहुत सारी गैस निकली जो उत्सर्जन की स्थल से निकल कर फैल गई थी.

पास के दो तीन तारे भी मारे गए थे
प्रोफेसर मैक्रो ने बताया कि यह गैस निकलने के बाद एक घना सफेद बौना अवशेष के तौर पर रह गया जिसका भार हमारे सूर्य के भार से आधा, लेकिन उसका आकार हमारी पृथ्वी की तरह हो गया था. उन्हें एक चौंकाने वाली बात यह पता चली की वहां पास में दो तीन साथी तारे भी थे बहुत नजदीक होने के कारण इस प्रक्रिया में मारे गए थे.

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पहले यह तारा आकार में हमारे सूर्य (Sun) के आकार से तीन गुना बड़ा था. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)

अन्य टेलीस्कोप और वेधशालाओं के आंकड़े भी
इस अध्ययन मे  जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की तस्वीरों के अलावा यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला  चिली का वेरी लार्ज टेलीस्कोप, मैक्सिको का सैन पेड्रो डि मार्टिर टेलीस्कोप, ईसा का गाइया स्पेस टेलीस्कोप और हबस स्पेस टेलीस्कोप के आंकड़ों की भी मदद ली गई थी. लेकिन शुरुआत वेब टेलीस्कोप की तस्वीरों को जोड़ कर ही हुई थी.

खगोलभौतिकी प्रक्रियाओं की गहरी जानकारी
नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित यह अध्ययन जेम्स टेलीस्कोप के नेबुला अवलोकन के भविष्य के लिए रास्ता खोलने वाला साबित होगा. जिससे हमारे वैज्ञानिक टकराती हुई हवाएं और द्विज तारों की अंतरक्रियाएं जिसमें सुपरनेवा और गुरुत्व तरंगों के तंत्रों के प्रभाव जैसे मूलभूत खगोलभौतिकी प्रक्रियाओं की गहरी जानकारी हासिल कर सकेंगे

तस्वीरें देखते ही समझ गए वैज्ञानिक
डी मैक्रो इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन कमिशन ऑन प्लैनेटरी नेबुले के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बताया कि जब वैज्ञानिकों ने पहले इन तस्वीरों को देखा तो वे समझ गए कि इस बारे में कुछ पड़ताल करनी होगी. समुदाय ने मिलकर एक नेबुला की एक तस्वीर को बनाया जिसे वे पहले से बेहतर तरह से समझ कर उसकी व्याख्या कर सकते थे. खगोलविदों ने ऑनलाइन मिलकर इस मिड इन्फ्रारेड तस्वीर के आसपास तारे की मौत का प्रक्रिया का पुनर्निमाण कर उसके थ्योरी और प्रतिमान विकसित किए.

इस नेबुला के केंद्र में छोटा और बहुत ही ज्यादा गर्म सफेद बौना है जिसका हाइड्रोजन जल चुका है और आसपास ठंडी धूल है. यह धूल एक ही तारे से निकली होगी जो साथी तारों के कारण एक ही दिशा में जा रही होगी. तारे से कई तरह के सर्पिल संरचनाएं साथी तारों की वजह से बनी होंगी जब वह अपना भार गंवा रहा होगा. अलग अलग दिशाओं में पदार्थ जेट की तरह निकलने से ही शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे कि केंद्र की तीन तारों से अंतरक्रियाएं हो रही होंगी.