Jammu Kashmir News: कश्मीर में 70 के दशक में जिस जगह पर पकड़ा गया था आतंकी, आज लहराएगा 108 फीट लंबा तिरंगा

उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा रीजन में यह सबसे ऊंचा झंडा होगा। इसे लंगेट पार्क में लगाया जा रहा है, जो हंडवाड़ा में आता है। इसकी नींव 5 जुलाई को डाली गई थी। इस जगह पर ही लंगेट के लोगों ने 1976 में उस वक्त के कुख्यात आतंकी मकबूल बट को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था।

Kupwara Indian flag
सांकेतिक तस्वीर

श्रीनगर: कश्मीर में अब कई जगह बड़े साइज के राष्ट्रीय ध्वज फहराए जा रहे हैं। 1970 के दशक में जिस जगह पर उस वक्त के बड़े आतंकी को पकड़ा गया था उस जगह पर शुक्रवार को 108 फीट का तिरंगा लहराया जाएगा। यह काम वैसे तो सिविल एडमिनिस्ट्रेशन कर रहा है लेकिन इसमें भारतीय सेना ने भी सहयोग किया है। उन्हें उम्मीद है कि यह तिरंगा विजिटर्स को आकर्षित करेगा साथ ही युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना को भी बढ़ावा देगा।

उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा रीजन में यह सबसे ऊंचा झंडा होगा। इसे लंगेट पार्क में लगाया जा रहा है, जो हंडवाड़ा में आता है। इसकी नींव 5 जुलाई को डाली गई थी। इस जगह पर ही लंगेट के लोगों ने 1976 में उस वक्त के कुख्यात आतंकी मकबूल बट को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था। मकबूल बट कश्मीर में हिंसा फैला रहा था और भारत के खिलाफ भावनाएं बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा था।

कौन था आतंकी मकबूल बट?
मकबूल बट ने नैशनल लिबेरेशन फ्रंट (एनएलएफ) बनाया था और पाकिस्तान की मदद से भारत में आतंक फैला रहा था। उसके फ्रंट ने कई कश्मीरियों को बरगलाया और उन्हें आतंकी बनाया। पाकिस्तान में उन्हें विस्फोट करने और छोटे हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई। इस ग्रुप ने कश्मीर में हिंसा का माहौल बनाया। 10 जून 1966 में पाकिस्तान से इस फ्रंट के दो ग्रुप भारत में घुसे और एक सीआईडी पुलिस इंस्पेक्टर को किडनैप किया, जिनकी बाद में हत्या कर दी गई।

1984 में मिली थी फांसी
इस फ्रंट ने कई हत्याएं और किडनैपिंग की। 1976 में लंगेट में स्थानीय लोगों ने ही मकबूल बट को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। तब मकबूल बट को दिल्ली के तिहाड़ जेल भेज दिया गया और उसके दो आतंकी साथियों को श्रीनगर की सेंट्रल जेल में रखा गया। मकबूल बट को 11 फरवरी 1984 में तिहाड़ में फांसी पर लटका दिया गया।