Jashpur News: मछली पकड़ने के लिए वन्य जीव अभ्यारण में जंगली जानवरों का लाखों लीटर पीने का पानी स्टॉप डैम खोलकर बहाने का मामला सामने आया है। पेयजल संकट से जंगली जानवर गांवों की तरफ आने लगे हैं। माना जा रहा है कि शरारती तत्वों ने मछली की खातिर डैम के पानी को बहा दिया है।
पानी की तलाश में हाथियों का गांव में घुसने का डर
बादलखोल वन्य जीव अभ्यारण जोकि जसपुर का वह भाग है, जहां बड़ी संख्या में हाथियों की आवाजाही की खबरें रहती हैं। हाथियों का दल हमेशा से यहां आना-जाना करता रहता है। ऐसे में स्टॉप डैम का पानी बह जाने के कारण जो वन्यजीव पानी पीने के लिए उस इलाके में जाते थे अब वह गांव की तरफ आ सकते हैं। बादलखोल के इस जंगल में कई तरह के वन्य जीव मौजूद हैं, जिसमें हिरण चिकारा भालू नीलगाय, बाघ जैसी प्रजातियां बड़ी संख्या में हैं।
मछली पकड़ने के लिए पानी को बहाना गलत
जानकारों का मानना है कि कभी भी क्षेत्र में निवासरत आदिवासी इस तरह की हरकते नहीं करते आदिवासी परंपराओं में इस तरह का कृत्य कभी नहीं किया जाता। यह यकीनन शरारती तत्वों की ओर से की गई हरकत है। क्योंकि जंगलों में निवास करने वाला बड़ा आदिवासी समूह गर्मियों में पानी पर निर्भर रहता है और मछली पकड़ने की और मछली के शिका की जो उनकी परंपरा है वह बंशी खेलने, जाल फेंकने, पानी उछालने जैसी है ना कि पानी बहा कर मछली पकड़ने की रही है।