गांव सिद्धपुरघाड़ के सैनिक का कल बुधवार को सुबह 9.30 बजे के करीब निधन हो गया था। इसका आज गांव के पैतृक श्मशानघाट में सीमा सुरक्षा बल की टीम द्वारा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के बड़े भाई रघुवीर सिंह ने बताया कि मेरा छोटा भाई राजिंद्र सिंह 64 बीएसएफ बटालियन में 33 वर्ष से सेवारत था। वह एक माह के लिए घर में छुट्टी पर आया था। मृतक सैनिक के भाई ने बताया कि उसके छोटे भाई की टांग नस फूलती थी और पठानकोट के एक निजी अस्पताल में उसका ऑपरेशन करवाया गया। ऑपरेशन के बाद ब्लड बंद नहीं हुआ। इस पर उसे डीएमसी लुधियाना रैफर कर दिया गया, मगर रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। मृतक राजिंद्र सिंह अपने पीछे पत्नी रेखा देवी, पुत्र साहिल धीमान और एक लड़की विशाली को छोड़ गया है।
सैनिक की मृत्यु का समाचार सुनकर शोक की लहर व्याप्त हो गई है। उसके संस्सकार पर बीएसएफ सहायक कमांडेंट राज कुमार पाल, सब इंस्पेक्टर राजिंद्र वागड़े, जनक सिंह, संपथ कुमार, प्रदीप कुमार, धमेंद्र मोवाल, शरद पवार, आयूष पवार हर्षल, विपन कुमार और ज्वाली पुलिस की टीम थाना प्रभारी सुरिंदर कुमार मौजूद रहे। लगभग सुबह के 11 बजे के करीब मृतक घर बीएसएफ की टीम द्वारा सलामी दी और पार्थिव देह को संस्कार के लिए श्मशानघाट ले जाया गया। जवाली के विधायक अर्जुन सिंह ने पार्थिव शरीद पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।