सोलन में आज जेबीटी प्रशिक्षु अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित दिखाई दिए। जिसको लेकर उनके द्वारा आज सोलन में रोष रैली निकाली और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्लस टू के बाद जेबीटी की पढ़ाई इस लिए की थी ताकि वह भविष्य में चल कर छोटे बच्चों को पढ़ाएंगे। लेकिन उनकी आज सभी उम्मीद खाख में मिल चुकी है। क्योंकि उन्हें अब ग्रेजुएट लोगों के साथ मुकाबला करना पड़ेगा। अधिक शिक्षा होने की वजह से जेबीटी अध्यापकों को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। जिस कारण उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। इसलिए वह प्रदेश सरकार से मांग करते है कि वह उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कुछ कदम उठाए .
वहीँ जेबीटी प्रशिक्षुओं ने रोष जताते हुए कहा कि उनके साथ प्रदेश में अन्याय हो रहा है। इस लिए आज उन्होंने कक्षाओं का बहिष्कार किया है और परीक्षाओं का भी वह बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि जेबीटी प्रशिक्षुओं को छोटे बच्चों को पढ़ाने की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है वहीँ बीएड के विद्यार्थियों को बड़े बच्चोंको पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। लेकिन अब बीएड अध्यापकों को भी बच्चों को पढ़ाने के लिए जिम्मेवारी सौंपी जा रही है। जो सरासर गलत है। वह जेबीटी अध्यापकों और छोटे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। जिसके कारण जेबीटी विद्यार्थी मानसिक परेशानी से जूझ रहे है अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो वह आत्महत्या करने के लिये भी मजबूर हो जाएंगे। इस लिए प्रदेश सरकार को समय रहते कुछ उचित कदम उठाने चाहिए। ताकि जेबीटी प्रशिक्षुओं का भविष्य अंधकारमय न हो।