राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (National Testing Agency, NTA) ने 11 जुलाई को जेईई मेन्स 2022 (JEE Mains 2022) के रिज़ल्ट्स घोषित किए. इस बार 14 छात्रों ने 100 परसेंटाइल स्कोर हासिल किया है, इनमें 13 छात्र और 1 छात्रा शामिल हैं. इनके अलावा भी कई छात्रों ने JEE क्वालिफ़ाई किया है.
JEE Mains पास करने के लिए छात्रों ने निरंतर पढ़ाई की, मेहनत की, धैर्य साधे रखा और अंत में उनकी मेहनत रंग लाई. मेहनत और धैर्य के बावजूद ज़िन्दगी में कब क्या हो ये कोई नहीं जानता. भले ही हम जी जान लगा दें लेकिन किस्मत में जो लिखा है वो होकर रहेगा, उससे लड़ना असंभव ही है. और कुछ ऐसा ही हुआ तेलंगाना के अवुला दुर्गा प्रसाद के साथ.
परीक्षा के दिन हुई मां की मौत
The New Indian Express के अनुसार, 19 साल के अवुला दुर्गा प्रसाद ने JEE Mains 2022 ने न सिर्फ़ पास किया बल्कि तेलंगाना राज्य में टॉप किया है. दुर्गा प्रसाद को 96.48 परसेंटाइल नंबर आए हैं. किस्मत का लिखा कौन मिटा सकता है, परीक्षा के दिन ही दुर्गा प्रसाद पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा. दुर्गा प्रसाद की मां नरसम्मा की मौत हो गई.
दिल पर पत्थर रख कर दी परीक्षा
मां को खो देने का दुख दुर्गा प्रसाद के दिल और दिमाग पर हावी था. मां हर संतान की शक्ति होती है, संबल होती है. दुर्गा प्रसाद का दिमाग काम नहीं कर रहा था लेकिन अपनी मां के लिए उसने परीक्षा दी. गरीब परिवार में पैदा हुए दुर्गा प्रसाद को हमेशा उसके माता-पिता और खासकर मां ने प्रोत्साहित किया. दुर्गा प्रसाद भी अपने माता-पिता के विश्वास पर खरा उतरा, उसने SSC में 10 परसेंटाइल और इंटरमीडिएट में 940 अंक प्राप्त किए.
बिना कोचिंग के पास किया JEE
दुर्गा प्रसाद के पिता मोहन रेड्डी किसान हैं. दुर्गा प्रसाद की ज़िन्दगी का एक ही मकसद था, JEE क्लियर करना. गरीब परिवार से आने की वजह से वो कोचिंग में दाखिला नहीं ले सकते थे. गूगल की मदद से और सेल्फ़ स्टडी से ही दुर्गा प्रसाद ने 96.48% अंक हासिल किए.
दुर्गा प्रसाद ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया. वे बड़े होकर IAS बनना चाहते हैं.