दिल्ली एयरपोर्ट पर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के ऑफिसरों ने जेईई मेंस का पर्चा लीक केस में रूसी नागरिक मिखाईल शरगिन को अरेस्ट कर लिया है। सीबीआई ने पूछताछ के बाद उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। सीबीआई अभी इस मामले में जांच कर रही है और बहुत कुछ खंगाल रही है ।
नई दिल्ली: पिछले साल हुई जेईई मेंस का पर्चा लीक केस में सीबीआई ने हाल ही में रूसी नागरिक मिखाईल शरगिन को गिरफ्तार किया है। शरगिन को दिल्ली एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन ऑफिसरों ने गिरफ्तार किया था। वह कजाकस्तान से भारत आ रहा था। उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी था। सीबीआई ने पूछताछ के लिए उसे अपने हेडक्वॉर्टर लेकर आई थी।
क्या था मामला: सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक इस रूसी नागरिक ने जेईई की मुख्य परीक्षा में इस्तेमाल होने वाले लिओन सॉफ्टवेयर लिओन को ही हैक कर दिया। इसी सॉफ्टवेयर के प्लेटफॉर्म पर ही जेईई मेंस की परीक्षा आयोजित की गई थी। रिमोट के जरिए ये परीक्षा के सवालों को हल करता था। हालांकि अभी तक सीबीआई ने यह नहीं बताया कि इसे कितने पैसों में हायर किया गया था।
असली मास्टरमाइंड कौन: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेईई मेंस-2021 में गड़बड़ी के तार सोनीपत से जुड़े हैं। पता चला है कि परीक्षा की गड़बड़ी का मास्टरमाइंड सोनीपत का राज तेवतिया है। तेवतिया पर आरोप है कि उसने ही रूस के इस नागरिक से कांट्रेक्ट किया। पैसों का लेनदेन तय होने के बाद इस रूसी नागरिक ने हैकिंग शुरू कर दी।
सीबीआई की जांच में जब कलही खुलने लगी तो रूसी नागरिक के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया। यह रूसी नागरिक इसी महीने की 3 अक्टूबर को कजाखिस्तान से दिल्ली आया। दिल्ली एयरपोर्ट पर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के ऑफिसरों ने इसे पकड़ लिया। इसे पकड़कर सीबीआई को सौंप दिया गया। सीबीआई ने पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई अभी इस मामले में और बहुत कुछ खंगाल रही है।
कैसे देते थे वारदात को अंजाम: यह सारा खेल सोनीपत के एग्जाम सेंटर में चल रहा था। जहां रिमोट एक्सेस के जरिए कैंडिडेट्स के प्रश्न पत्र हल किए जा रहे थे। आरोपी कैंडिडेट्स के जमानत के तौर पर 10वीं, 12 वीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और पोस्ट डेटेड चैक अपने पास रख लेते थे। जब इनको प्रवेश मिल जाता था तब कैंडिडेटस 12 से 15 लाख रुपये वसूलते थे।
कितने गिरफ्तार, कहां पड़े छापे: इस मामले में सीबीआई अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। दिल्ली एनसीआर सहित सीबीआई अब तक 50 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर चुकी है, ताकि इस पूरे नेक्सेस का भंडाभोड़ किया जा जा सके। इस मामले में सीबीआई ने एक सितंबर 2021 में मामला दर्ज किया था और पहली छापेमारी 19 जगहों पर 2 सितंबर को की थी। यह छापेमारी दिल्ली, एनसीआर, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बंगलौर सहित पर की गई थी। इस मामले में एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टरों और अन्य के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था।