Jewar Airport News: नोएडा एयरपोर्ट के लिए 1.59 हेक्टेयर जमीन और चाहिए, इन गांवों से होगा अधिग्रहण

Jewar Airport Land Acquisition Villages: नोएडा अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रोही, पारोही, रन्हेरा, किशोरपुर, दयानतपुर व बनबारीवास गांव की जमीन का अधिग्रहण हुआ था। अब रन्हेरा, रोही व पारोही गांव की अधिगृहीत 1.93 हेक्टेयर जमीन के बजाय किशोरपुर, रोही व दस्तमपुर गांव की उसी अनुपात में जमीन मांगी गई है।

नोएडा: नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन किसानों से 1.59 हेक्टेयर जमीन और खरीदेगा। यह हवाई अड्डे के पहले चरण के लिए अधिगृहीत 1,334 हेक्टेयर जमीन का हिस्सा है। हवाई अड्डे के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के मानकों को पूरा करने के लिए नागर विमानन विभाग के प्रस्ताव पर जिला प्रशासन किसानों से यह जमीन खरीद रहा है। नोएडा हवाई अड्डे के पहले चरण के लिए 1,334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत करने की अधिसूचना जारी की गई थी।

जिला प्रशासन ने रोही, पारोही, रन्हेरा, किशोरपुर, दयानतपुर व बनबारीवास गांव की जमीन का अधिग्रहण किया है, लेकिन हवाई अड्डे के लिए निर्धारित मानकों के अनुरूप 1.59 हेक्टेयर जमीन की और जरूरत है। नागर विमानन विभाग ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर किसानों से यह जमीन क्रय करने को कहा है। इसके साथ ही रन्हेरा, रोही व पारोही गांव की अधिगृहीत 1.93 हेक्टेयर जमीन के बजाय विभाग ने किशोरपुर, रोही व दस्तमपुर गांव की उसी अनुपात में जमीन मांगी है

नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट लि. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि हवाई अड्डे के लिए नागर विमानन महानिदेशालय के मानक तय हैं। रनवे व क्रैश गेट के मध्य व रनवे व चारदीवारी के बीच की दूरी के मानकों को पूरा करने के लिए कुछ जमीन की जरूरत है। जिला प्रशासन के माध्यम से किसानों से यह जमीन खरीदी जा रही है।

जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण का रास्ता साफ, 1,185 हेक्टेयर जमीन खरीदेगी सरकार
जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के दूसरे चरण के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। दूसरे चरण के निर्माण के लिए किसानों ने अपनी जमीन देने पर सहमति दे दी है। दूसरे चरण में एयरपोर्ट के विस्तार के लिए सरकार किसानों से 1,185 हेक्टेयर जमीन खरीदेगी। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर के किसानों के साथ संवाद किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एयरपोर्ट के लिए किसानों से आपसी सहमति के आधार पर जमीन ली जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए किसानों से 3,000 वर्ग मीटर से अधिक की कीमत पर जमीन लेगी। साथ ही किसानों को उनकी मनपसंद जगह पर विस्थापित किया जाएगा। संवाद के दौरान सीएम ने कहा कि जेवर के किसान खुशहाल रहें यही हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि यहां से विस्थापित होने वाले किसानों को उनकी पसंद की जगह बसाया जाएगा। साथ ही वहां धार्मिक स्थल, स्कूल, कॉलेज, खेल मैदान, ओपन जिम, मार्केट की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर एक परिवार में दो, तीन, चार या उससे अधिक भाई हों तो उन्हें एक ही जगह बसाया जाए।

जेवर में बनेगा स्किल डिवेलपमेंट सेंटर
जेवर के स्थानीय लोगों को वहीं रोजगार के अवसर मिल सकें, इसके लिए जेवर में स्किल डिवेलपमेंट सेंटर बनाया जाएगा। वहां एयरक्राफ्ट मेंटनेंस से संबंधित कोर्स करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर वहां के बच्चे एयरक्राफ्ट मेंटनेंस का डिप्लोमा प्राप्त कर लेंगे तो उन्हें जेवर एयरपोर्ट पर ही नौकरी मिल सकेगी।