झारखंड के युवक ने किया “मणिमहेश” के शीर्ष पर पहुंचने का दावा, यहां भोले शंकर लगाते है आसन

चंबा, 07 सितम्बर : झारखंड के एक युवक द्वारा “मणिमहेश कैलाश पर्वत” के शीर्ष पर पहुंचने के दावे का वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। युवक ने दावा किया है कि वो 13,390 फीट ऊंचाई पर स्थित मणिमहेश कैलाश के शीर्ष पर पहुंच चुका है, जहां तक इससे पहले कोई भी व्यक्ति नहीं पहुंच पाया है। युवक ने सबूत के तौर पर इसका वीडियो भी बनाया है। झारखंड के युवक मिथुन का ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसमें लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही है।

 बता दे कि मणिमहेश में  डल झील तक ही श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है। इससे आगे जाना मुमकिन नहीं होता है।  ऐसा माना जाता है कि मणिमहेश के शीर्ष पर पहुंचना नामुमकिन है। शीर्ष तक कोई नहीं पहुंच पाया है।

मान्यता के मुताबिक पर्वत का शीर्ष पर वो स्थान है, जहां  भगवान शिव शंकर आसन लगाते है। ऐसी भी धारणा है कि पर्वत पर आज भी अलौकिक प्रकाश के दर्शन होते हैं, जो भगवान शिव के गले में पहने शेषनाग की मणि से निकलता है। प्रकाश इस बात का प्रतीक माना जाता है कि हर सुबह भगवान शिव यहां अपने आसन पर विराजमान हो जाते हैं। युवक द्वारा इस वीडियो में किया गया दावा स्थानीय लोगों द्वारा गलत बताया जा रहा है।

ये मान्यता
मणिमहेश पर्वत आज भी सबके लिए रहस्य बना हुआ है। ऐसा बताया जाता है कि इस पर चढ़ने की कोशिश करने वालों को अदृश्य ताकत रोक देती हैं। जब भी किसी इंसान या अन्य जीव ने चढ़ने की कोशिश की तो मौसम अचानक खराब हो गया। कई बार भूस्खलन ने चढ़ाई करने वालों को अपने कदम पीछे खींचने पर मजबूर कर दिया। ये भी बताया जाता है कि जिसने भी चढ़ने की कोशिश की, वह या तो पत्थर में तब्दील हो गया या फिर भूस्खलन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।