अभिनेत्री जिया ख़ान (Jiah Khan Death Case) की 3 जून, 2013 को मौत हो गई थी. मुंबई के जुहू स्थित अपार्टमेंट में उनका मृत शरीर पाया गया था. सिर्फ़ 25 साल की उम्र में एक उभरती एक्ट्रेस ने दुनिया को अलविदा कह दिया. फ़िल्म इंडस्ट्री ही नहीं पूरे देश को इस खबर ने हिला कर रख दिया था. मौत के तकरीबन 10 साल बाद अब जिया ख़ान केस में CBI कोर्ट का फ़ैसला आया. अदालत ने सूरज पंचोली को सभी आरोपों से बरी कर दिया है. फैसला आने के बाद पंचोली ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, ‘सच की हमेशा जीत होती है.’
जिया ख़ान ने अमिताभ बच्चन की ‘निशब्द’ के साथ बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके अलावा वो गज़नी, हाउसफ़ुल जैसी फ़िल्मों में भी नज़र आई. ‘निशब्द’ के लिए जिया ख़ान को फ़िल्मफ़ेयर ने बेस्ट डेब्यू (फ़ीमेल) अवॉर्ड के लिए नोमिनेट भी किया गया था. जिया ने सिर्फ़ तीन फ़िल्में की थी और तीनों बॉक्सऑफ़िस पर हिट हुई थी.
एक नज़र डालते हैं जिया खान सूसाइड केस (Jiah Khan Suicide Case) में अब तक क्या हुआ.
जून 2013
25 साल की जिया ख़ान ने अपने जुहू अपार्टमेंट में सूसाइड कर लिया. उनके घर से उनका शव पंखे से लटका हुआ मिला. जिया की मौत के कुछ ही दिनों बाद जिया की बहन को 6 पन्ने का हाथ से लिखा हुआ खत मिला. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये खत सूरज पंचोली के लिए लिखा गया था.
पुलिस ने एक्टर आदित्य पंचोली और एक्ट्रेस ज़रीना वहाब के बेटे सूरज पंचोली को जिया खान को आत्महत्या के लिए उकसाने के केस में अरेस्ट कर लिया. जून में ही सूरज पंचोली ने बेल के लिए अपील की लेकिन कोर्ट ने अपील खारिज कर दिया.
जिया ख़ान की मां राबिया ख़ान केस की प्रोसिक्युशन विटनेस थी. उन्होंने कोर्ट में कहा कि जिया ख़ान ने आत्महत्या नहीं की, उसकी हत्या की गई है. गौरतलब है कि ऑटोप्सी रिपोर्ट में ‘Death By Hanging’ को मौत की वजह बताया गया.
जुलाई 2013
मुंबई की एक अदालत ने जुलाई में सूरज पंचोली को ज़मानत दे दी लेकिन उन्हें अपना पासपोर्ट जमा करना पड़ा. अगले ही दिन सूरज पंचोली को सभी इल्ज़ामों से बरी कर दिया
अक्टूबर 2013
अक्बूटर 2013 में राबिया ख़ान ने CBI जांच की मांग की. केस CBI को ट्रांसफ़र किए जाने के बाद ही सूरज पंचोली के पिता आदित्य पंचोली ने राबिया ख़ान के ख़िलाफ़ मानहानी का मुकदमा कर दिया.
मई 2014
CBI ने केस के सिलसिले में पंचोली परिवार के घर पर छापे मारी की.
जून 2014
जिया ख़ान की मौत के सिलसिले में सूरज पंचोली से CBI ने पूछताछ की.
दिसंबर 2015
तकरीबन एक साल के बाद CBI ने सूरज पंचोली के खिलाफ़ चार्जशीट दायर की. CBI ने सूरज पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया.
अगस्त 2016
CBI ने कहा कि जिया खान की हत्या नहीं हुई है और उन्होंने आत्महत्या की थी.
राबिया खान ने एक महीने बाद एक ब्रिटिश फ़ॉरेन्सिक एक्सपर्ट Jason Payne-James को हायर किया. Jason ने कहा कि ये मौत ‘नाटकीय रूपांतरण’ था. आदित्य पंचोली ने Jason के दावों को गलत बताया.
फरवरी 2017
राबिया ख़ान ने SIT को केस सौंपे जाने की अपील की. कोर्ट ने ये अपील स्वीकार नहीं की.
सितंबर 2017
जिया खान की मां राबिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ओपन लेटर लिखा और न्याय की मांग की. राबिया ख़ान ने ऑनलाइन सिग्नेचर कैंपेन भी चलाया और कड़ी कार्रवाई की मांग की.
अक्टूबर 2017
सूरज पंचोली ने बॉम्बे हाई कोर्ट में ट्रॉयल जल्द खत्म करने की अपील की.
2017 में ही BBC ने जिया खान की मौत पर एक डॉक्युमेंट्री बनाई.
जनवरी 2018
कोर्ट ने सूरज पंचोली पर आत्महत्या के लिए उकसाने का इल्ज़ाम लगाया. सूरज ने हर इल्ज़ाम को गलत बताया और कहा कि वो निर्दोष हैं.
2018 में स्पेशल CBI कोर्ट ने इस केस में आगे की जांच न करने का फैसला लिया.
2021
सेशन्स कोर्ट ने कहा कि CBI जांच में वो कुछ नहीं कह सकते. ये केस फिर से CBI कोर्ट के पास भेजा गया.
2022
बॉम्बे हाई कोर्ट ने दोबारा जांच के आदेश दिए.
2023
जिया खान केस में 20 अप्रैल को फ़ानल आर्गुमेंट्स हुए. 28 अप्रैल 2023 को CBI कोर्ट जिया खान डेथ केस पर फैसला सुनाया.