शेर, मगरमच्छ और सांपों का निवाला बने जिहादी, मोजाम्बिक में IS के खूंखार आतंकवादियों के साथ जानवरों ने किया ‘इंसाफ’

Islamic State Mozambique : काबो डेलगाडो में तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के अरबों डॉलर के भंडार को लेकर 2017 के बाद हिंसा काफी बढ़ गई है। कई पश्चिमी फर्मों ने इन भंडारों का दोहन करने के लिए अफ्रीका में अरबों के निवेश किए हैं।

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प्रतीकात्मक फोटो

मापूतो : मोजाम्बिक में इस्लामिक स्टेट के खूंखार आतंकवादियों का अंत और भी खतरनाक हुआ। कई अरब डॉलर के गैस भंडार पर सरकार समर्थक बलों के साथ जंग के दौरान ISIS के कई आतंकवादी जंगली जानवरों का शिकार बन गए। कइयों को शेर और मगरमच्छों जैसे खूंखार जानवरों ने अपना निवाला बना लिया। आईएसआईएस से जुड़े जिहादियों, जिन्हें अमेरिका ‘ISIS-मोजाम्बिक’ कहता है, पर शेर, मगरमच्छों और सांप जैसे जंगली जानवरों ने हमला किया था। आतंकवादी उत्तरी मोजाम्बिक में काबो डेलगाडो प्रांत के गांवों पर हमला करने के बाद एक सैन्य अभियान से छिपने के दौरान मारे गए।

आंतकवादियों ने हमले में कई लोगों की हत्या कर दी और लोगों के घर जला दिए। मोजाम्बिक बलों का कहना है कि उन्होंने चार जिहादियों को हिरासत में ले लिया है जो लोगों को आतंकवादी संगठन में भर्ती करने और उन्हें कट्टरपंथी बनाने में शामिल थे। उन्होंने बताया कि 16 अन्य आतंकी मारे गए हैं। लोकल पुलिस कमांडर बर्नार्डिनो राफेल ने कहा कि कुछ गोली लगने से मर गए जबकि बाकी पर सांपों, भैंसों, शेरों और मगरमच्छों ने हमला किया।

आतंकियों पर जंगली जानवरों का हमला
द टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राफेल ने कहा कि उनमें से कुछ हमारी सेना की गोलियों का निशाना बने और बाकी सांप भैंस, शेर और मगरमच्छ जैसे जानवरों के हमले में मारे गए। बुधवार को उन्होंने दक्षिणी अफ्रीकी देश के उत्तरी काबो डेलगाडो प्रांत के क्विसांगा जिले के निवासियों से मुलाकात की। बीबीसी वर्ल्ड अफ्रीका के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘वे बंदूक की गोलियों के घाव से मर रहे हैं… उनमें से कई हमारी गोलियों से घायल हुए थे।’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जानवर भी आतंकवादियों की मौत में योगदान करते हैं।

देश में 2017 से बढ़ गई है हिंसा
राफेल ने बताया कि अधिकारियों की देखरेख में स्थानीय लोग कुछ मृत जिहादियों को दफन कर रहे हैं। काबो डेलगाडो में तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के अरबों डॉलर के भंडार को लेकर 2017 के बाद हिंसा काफी बढ़ गई है। कई पश्चिमी फर्मों ने इन भंडारों का दोहन करने के लिए अफ्रीका में अरबों के निवेश किए हैं। साल 2020 में मोजाम्बिक में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने एक गांव के 50 लोगों का सिर कलम कर दिया था। इस जघन्य अपराध को एक फुटबॉल मैदान में अंजाम दिया।