भर्ती के लिए शुरू हो गई है कवायद
क्वेस, टीमलीज सर्विसेज, सिएल एचआर सर्विसेज, मैनपावर, रैंडस्टैड और पर्सोलकेली जैसी स्टाफिंग कंपनियां स्किल डेवलपमेंट तथा एजुकेशन इंस्टीच्यूटों से नियुक्ति के लिए कैंडिडेट जुटा रही हैं। इसके अलावा ये प्रभाव वाले लोगों की मदद से इनके पास नौकरी के बारे में जानकारी पहुंचा रही हैं। ये कैंडिडेट को ट्रैक करने के लिए ईमेल और सोशल मीडिया कैंपेन का सहारा ले रही हैं। पूर्व रक्षाकर्मी और दिव्यांगों को जोड़ रही हैं और सरकारी तथा स्किलिंग डेटाबेस से नाम जुटा रहीं हैं। कुछ स्टाफिंग कंपनियां तो कर्मचारियों को जोड़ने के लिए बस कंडक्टरों, ऑटोरिक्शा ड्राइवरों और सिक्योरिटी गार्डों तक का सहारा ले रही हैं।
कई तरह का इंसेटिव भी
कंपनियां नए कर्मचारियों को जोड़ने के लिए सैलरी में 30 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी ऑफर कर रही हैं। इसके साथ ही इंसेंटिव और बोनस के साथ साथ उनके स्किल में इजाफा करने तथा नए मौके की पेशकश कर रही हैं। क्वेस के प्रेजिडेंट लोहित भाटिया ने कहा, ‘ये पेशकश उन कर्मचारियों के लिए बड़ी बात है जो असंगठित क्षेत्र से आते हैं जहां न्यूनतम वेतन, सामाजिक सुरक्षा और अन्य दूसरी सहूलियतें नहीं दी जाती हैं।’
अस्थायी कर्मचारियों की बढ़ गई मांग
सिएल एचआर के सीईओ आदित्य नारायण मिश्रा ने बताया कि देश में इस साल का त्योहारी सीजन बिना किसी रोक-टोक के मनाया जा रहा है। इससे पहले दो साल तक कोविड महामारी से संबंधित कई तरह की रोक थी। ऐसे में इस बार खपत नई ऊंचाई पर पहुंचने का अनुमान है। इसी के मद्देनजर इस साल अस्थायी कर्मचारियों की मांग पिछले साल से 30 से 40 पर्सेंट अधिक है।