डच कंपनी फिलिप्स अपना कामकाजी खर्च घटाने के लिहाज से अपने स्टाफ की संख्या में कमी करने जा रही है.
नई दिल्ली: रॉयल फिलिप्स एन वी अपने कामकाजी स्टाफ की संख्या 4000 तक घटाने पर काम कर रही है. डच कंपनी फिलिप्स अपना कामकाजी खर्च घटाने के लिहाज से अपने स्टाफ की संख्या में कमी करने जा रही है. स्लीप एपने ट्रीटमेंट डिवाइस को बाजार से वापस मंगाने की जद्दोजहद के बीच कंपनी अपने स्टाफ की संख्या में कटौती करने जा रही है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि फिलिप्स को इस छंटनी से करीब $30 करोड़ की रकम बचाने में मदद मिलेगी.
फिलिप्स ने सोमवार को कहा है कि आने वाली तिमाही में उसके कामकाजी खर्च में इस वजह से $30 करोड़ की कमी आ सकती है. फिलिप्स के कारोबार में रिस्ट्रक्चरिंग का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब फिलिप्स के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने इस महीने अपना कामकाज संभाला है.
फिलिप्स के पिछले चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर 12 साल से इस पद पर बने हुए थे. फिलिप्स ने कहा है कि उसकी प्राथमिकता अपने प्लान के एग्जीक्यूशन में सुधार लाने की है जिससे कि मरीजों का भरोसा जीता जा सके.
फिलिप्स की प्राथमिकता अपने मरीज, ग्राहक और उपभोक्ता का भरोसा जीतना है. फिलिप्स ने कहा है कि स्टाफ की संख्या घटाकर कामकाजी प्रदर्शन सुधारने के इन कदमों से मरीजों की सुरक्षा और क्वालिटी मैनेजमेंट को सुधार कर सप्लाई चेन संबंधी दिक्कत तुरंत सुधारना जरूरी है.
फिलिप्स के मौजूदा सीईओ को साल 2020 की शुरुआत में कनेक्टेड केयर बिजनेस की जिम्मेदारी दी गई थी. इस समय पूरी दुनिया में कोरोना का संकट फैला हुआ था. तमाम दिक्कतों की वजह से मेडिकल डिवाइस इस समय बाजार से बड़े पैमाने पर वापस किए जा रहे थे.
हेल्थ केयर कारोबार की दिग्गज कंपनी फिलिप्स के शेयरों में इस साल 60 फ़ीसदी की कमजोरी आ चुकी है. फिलिप्स को इस मामले में कई कोर्ट केस का भी सामना करना पड़ा है. इस वजह से कंपनी वेंटिलेटर की आपूर्ति करने के अपने मुख्य कामकाज में बाधाओं का सामना कर रही है.
आरोप है कि फिलिप्स के वेंटीलेटर्स की वजह से मरीजों को कैंसर का खतरा पैदा हो गया है. फिलिप्स ने पिछले साल जून में कई अस्पतालों से अपने डिवाइस वापस लिए थे और करीब 88 करोड़ स्टर्लिंग का वित्तीय प्रावधान किया था.
फिलिप्स ने इसके साथ ही 1.3 अरब स्टर्लिंग का जुर्माना भी भरा है. तीसरी तिमाही में फिलिप्स को 1.3 अरब स्टर्लिंग का नुकसान उठाना पड़ा है. पिछले साल की इसी अवधि में फिलिप्स को करीब तीन अरब स्टगर्लिंग का मुनाफा हुआ था.
इस महीने की शुरुआत में मेडिकल डिवाइस बनाने वाली कंपनी फिलिप्स ने सप्लाई चेन संबंधी मसले को देखते हुए अपने कामकाजी परिदृश्य में कमजोरी आने का अनुमान जताया था. सप्लाई चैन संबंधी मसले की वजह से फिलिप्स को अपने मेडिकल इक्विपमेंट की डिलीवरी और कस्टमर इंस्टॉलेशन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.