जगत प्रकाश नड्डा तथा सीएम जयराम ठाकुर ने ब्रजेश्वरी माता मंदिर में नवाया शीश
धर्मशाला। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) और सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने आज कांगड़ा के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री बज्रेश्वरी मंदिर (Shri Bajreshwari Temple) में शीश नवाया तथा पूजा-अर्चना की। इस दौरान जगत प्रकाश नड्डा की पत्नी मल्लिका नड्डा, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुरेश कश्यप, बीजेपी प्रदेश सहप्रभारी संजय टंडन उपस्थित थे।
इससे पहले जेपी नड्डा ने आज सुबह धर्मशाला में सर्किट हाउस में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक में जेपी नड्डा ने कहा कि कार्यकर्ताओं के सम्मान से ही प्रदेश में बीजेपी की जीत का रास्ता निकलेगा। कार्यकर्ताओं (BJP Workers) के साथ सौहार्द भाव से मिलें, उनके साथ किसी तरह की कोई तलखी ना हो। व्यवहर में सुधार लाओ, ताकि सच में लीडर लगो। ईमानदार छवि व बेहतर व्यवहार ही बेहतर नेता बनाएगा।
जगत प्रकाश नड्डा ने कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। उन्होंने विकास के रथ को आगे बढ़ाने का श्रेय देश में पीएम नरेंद्र मोदी व प्रदेश में जयराम ठाकुर को दिया। बैठक के बाद जेपी नड्डा ने बज्रेश्वरी माता मंदिर कांगड़ा में दर्शन किए। इसके बाद वह दोपहर बाद गगल हवाई अड्डे से दिल्ली लौट गए।
बैठक की जानकारी देते हुए वन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में एक बहुत अच्छी बैठक आयोजित हुई है। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चुनावों को लेकर टिप्स दिए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को बताया कि किस प्रकार जमीन पर उतर कर कार्य किया जा सकता है और किस प्रकार वोटर के घर में जाकर सहज तरीके से जीत का रास्ता कायम किया जा सकता है। वहीं आम आदमी पार्टी की कांगड़ा रैली को लेकर राकेश पठानिया ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता के सम्मान में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। कार्यकर्ता को कोई भी भुगतान नहीं दिया जाता है वह कोई पेड नहीं है। बावजूद इसके संगठन के लिए कड़ी मेहनत करता है। करीब डेढ़ घंटा चली इस बैठक में जेपी नड्डा ने पार्टी पदाधिकारियों को जीत का मंत्र दिया। बैठक में चुनाव के संबंध में आगामी रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक के बाद जेपी नड्डा धर्मशाला से बज्रेश्वरी माता मंदिर कांगड़ा के लिए रवाना हुए और मां के चरणों में नतमस्तक हुए।