Junaid-Nasir Murder Case: भिवानी में दो मुस्लिम युवकों के जले हुए शव मिलने और बजरंग दल से जुड़े गोरक्षक मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर को आरोपी बनाए जाने के बाद गुरुग्राम में महापंचायत हुई। इसमें वक्ताओं ने मोनू मानेसर के समर्थन का ऐलान किया। साथ ही उसके घर पर पुलिस के दोबार आने पर वापस नहीं जाने की चेतावनी दी। उधर, राजस्थान के भरतपुर के गांव घाटमीका के जुनैद व नासिर के परिवारीजनों के DNA टेस्ट के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घाटमीका गांव पहुंचकर सैंपल लिए।
महापंचायत का मोनू मानेसर के समर्थन का ऐलान
गुरुग्राम में महापंचायत के दौरान ही एक वक्ता ने कहा कि मोनू के घर पर राजस्थान पुलिस आ रही है, जिस पर वहां मौजूद युवा आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करते हुए मोनू के घर की तरफ चलने लगे। कुछ युवा महापंचायत सम्मेलन स्थल बाबा भीष्म मंदिर से निकलकर एनएच 48 पर पहुंच गए और वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। एनएच 48 पर युवाओं की भीड़ बढ़ती देख पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने वहां के वरिष्ठ लोगों को विश्वास में लेकर युवाओं को मनाने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह युवाओं को समझा बुझाकर शांत किया। इस दौरान करीब 15 से 20 मिनट तक दिल्ली जयपुर हाइवे पर जाम लगा रहा।
साजिश के तहत मोनू को निशाना बनाया
महापंचायत के दौरान संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के पूर्व कानूनी सलाहकार कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि इस मामले में साजिश के तहत मोनू को निशाना बनाया जा रहा है। क्योंकि उनकी टीम ने मवेशी तस्करी को रोकने का काम किया है। सुंदर सरपंच ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि मोनू भूमिगत हो गया है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। लेकिन यह गलत है,जब कहोगे ले आएंगे।
महापंचायत में ये फैसले लिए
-मोनू मानेसर के परिवार की सुरक्षा के लिए 16 सदस्यीय कमिटी का गठन। दिन रात घर-परिवार की निगरानी करेंगे।
-जांच या पूछताछ के लिए उसके घर पर कोई आता है तो उसे पहले लोकल थाने में जाकर पुलिस को सूचित करना होगा।
-गो रक्षकों को कानूनी सहायता और आर्थिक मदद करने के लिए एक कोष बनाया गया है।
-मामले की सीबीआई से निष्पक्ष तरीके से जांच करवाने की मांग।
राजस्थान पुलिस के 30-40 पुलिस कर्मियों पर केस
जुनैद व नासिर हत्याकांड के आरोपी श्रीकांत के घर में घुसकर उसकी गर्भवती पत्नी के साथ मारपीट करने, गर्भ में पल रहे बच्चे का गर्भपात होने सहित कई धाराओं के तहत नगीना थाना पुलिस ने राजस्थान पुलिस के 30-40 पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं दूसरी ओर राजस्थान पुलिस द्वारा श्रीकांत के परिवार के साथ की गई बर्बरता भी सामने आई है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। फिरोजपुर झिरका डीसीपी सतीष वत्स का कहना है कि राजस्थान पुलिस के 30-40 पुलिस कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच की जा रही है।
आरोपों की जांच में जुटी SIT
जुनैद व नासिर के परिवारीजनों ने आरोप लगाए थे कि उनके बच्चों का अपहरण कर आरोपी उन्हें बोलेरो गाड़ी सहित एंटी काऊ स्लॉटर स्टाफ फिरोजपुर झिरका में ले गये थे। वहां पर पुलिस ने इन लोगों को लेने से मना कर दिया तो आरोपित इन्हें कहीं और ले गये। बाद में भिवानी के पास लोहारू में इनकी जली हुई गाड़ी में जले हुए कंकाल मिले। वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी गोपालगढ़ का भी सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने भी माना है कि अपहरणकर्ता मृतकों को फिरोजपुर झिरका एंटी सीएस स्टाफ में ले गये थे। इन आरोपों की जांच करने के लिए एएसपी नूंह उषा कुण्डू की अध्यक्षता में SIT का गठन किया है जिसने इन आरोपों की जांच करना शुरू कर दिया है।
जुनैद व नासिर के परिवारीजनों के DNA टेस्ट के लिए सैंपल लिए
राजस्थान के भरतपुर के गांव घाटमीका के जुनैद व नासिर के परिवारीजनों के DNA टेस्ट के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घाटमीका गांव पहुंचकर सैंपल लिए। सैंपल की रिपोर्ट का मिलान भिवानी के लोहारु में जली हुई बोलेरो में मिले दोनों नरकंकाल की रिपोर्ट से किया जाएगा। सिविल अस्पताल पहाड़ी के मेडिकल ऑफिसर डॉ़ इकबाल व डॉ़ मंसूर अली अपनी टीम के साथ सोमवार को घाटीमाका गांव पहुंचे। उन्होंने मृतक जुनैद के दो बच्चों अरमान व अरबाज और नासिर के दो भाइयों हमीद व मामूर का सैंपल DNA टेस्ट के लिए लिया। इस सैंपलों को जांच के लिए जयपुर फरेंसिक लैब भेजा जाएगा।