पर्यटन नगरी में जूट फेयर की धूम

पर्यटन नगरी मनाली में पहली बार जूट फेयर लगाया गया है। वस्त्र मंत्रालय राष्ट्रीय पटसन बोर्ड की ओर से लगाई इस प्रदर्शनी में हाथों से बने उत्पाद रखे गए हैं। रामबाग में लगे जूट फेयर का नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष चमन कपूर ने विधिवत शुभारंभ किया। कपूर ने कहा कि इस तरह के जूट फेयर से हाथों से बने उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही पर्यटकों को भी हाथ से बनी वस्तुएं खरीदने को मिलेगी।

कपूर ने कहा कि जूट से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल करने से धरती माता प्रदूषण मुक्त होगी और स्वर्ग से सुंदर कहलाएगी। राष्ट्रीय पटसन बोर्ड के सहायक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि यहां पर कोलकाता, यूपी, दिल्ली, बिहार, हरियाणा से कारीगर मनाली जूट फेयर में पहुंचे हैं। सभी अपनी-अपनी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं।

खास बात यह है कि यहां पर केवल हाथों से बने उत्पादों को बेचा जा रहा है,जोकि आत्मनिर्भर भारत को भी प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने कहा कि जूट फेयर में हाथों से बनी वस्तुओं को बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं यहां पर जूट के बने उत्पादों को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। जिसमें कप के नीचे रखने वाले कोस्टर से लेकर गलीचा और कालीन तक शामिल है।

यह सब हाथों से तैयार किया गया है। राष्ट्रीय पटसन बोर्ड ने सैलानियों को लुभाने के लिए भी इस तरह का कार्यक्रम का आयोजन किया है, ताकि मनाली में टूरिस्टों को लुभाया जा सके। इस जूट फेयर में देश विदेश की सैलानी खूब खरीददारी कर रहे हैं। इस दौरान नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बाबू राम नेगी पार्षद कल्पना, सुनीता, ललिता सहित मनोनित सदस्य ईशा ठाकुर, मनोज सूद, अवस्थी मौजूद रहे।