कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के रामपुर क्षेत्र निवासी राजेश बरवे का पूरा परिवार उस समय सकते में आ गया, जब उनकी पालतू बिल्ली एक कमरे में जूते चप्पल के रैक के पास जाकार खड़े हो गई. मानों उसको किसी की गंध मिली हो पर जूते चप्पल के ढेर में उसको दिखाई नहीं दे रहा था. पर कुछ अलग आवाज आ रही थी. घर वालों को ये समझते देर नहीं लगी की वो कोबरा सांप है. इससे पहले भी राजेश बरवे के घर में कई बार कोबरा सांप घुसा था.
राजेश बरवे की पत्नी अनिता बरवे ने इसकी जानकारी स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेन्द्र सारथी को दी. फिर कुछ देर के बाद पहुंचे जितेन्द्र सारथी ने जूते चप्पल से भरे रैक को खाली करना चालू किया. इतने में ही काला नाग फन फैला के खड़ा हो गया और लगातार हमला करने लगा. उसकी आवाज़ इतनी तेज और भयानक थी कि घर वालों की डर से हालात ख़राब हो रही थी. फिर जैसे तैसे उसको बाहर निकाला गया. तब थोड़ा घर वालों को राहत महसूस हुई, पर डर उस समय और बढ़ गया जब वो काला नाग गुस्से से आग बबूला हो कर जितेन्द्र सारथी पर ही लगातार हमला करने लगा.
डब्बे में किया बंद
खतरनाक से खतरनाक रेस्क्यू में एक्सपर्ट जानकार व्यक्ति जितेन्द्र सारथी की सूझ बूझ के कारण कोई हादसा नहीं हुआ. आखिरकार काले नाग को फिर सुरक्षित डिब्बे में डाला गया तब जाकर घर वालों ने राहत महसूस की. राजेश बरवे की पत्नि अनिता बरवे ने बताया इससे पहले भी हमारे घर में कई बार कोबरा, डोडिया, धमना साप घुस चुका है, पर अक्सर हमारी पालतू बिल्ली की वजह से हमारी जान बच जाती है. साथ ही सांप का पता चलते ही जितेन्द्र सारथी हर पल सेवा के लिए समर्पित रहते हैं, जिससे हमें बहुत बड़ी मुसीबत में बचा लेते हैं.