उदयपुर. टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड (Udaipur Kanhaiyalal Murder Case) की जांच में जुटी एनआईए की टीम ने आज अलसुबह मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद (Riyaz Attari and Gaus Mohammad) के घरों पर दबिश दी. एनआईए की टीम को वहां कई अहम सुराग मिले हैं. एनआईए की टीम ने रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के घर से कई तरह की सामग्री जब्त की है. इनमें कुछ सिम कार्ड और दस्तावेज बताये जा रहे हैं. कन्हैयालाल की नृशंस हत्या करके फरार हुये इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने कुछ घंटों के बाद ही उदयपुर संभाग के राजसमंद जिले के भीम इलाके से गिरफ्तार किया था.
कन्हैयालाल मर्डर केस की जांच कर रही एनआईए की टीम गुरुवार को सुबह रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के घर दबिश देने के बाद घटनास्थल पर पहुंची. एनआईए की टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया. भूतमहल गली की विडियोग्राफी की. उसके बाद कन्हैयालाल की दुकान भी खोलकर वहां की स्थिति देखी. घटना के समय दुकान में कौन कहां खड़ा था यह समझने की कोशिश. एनआईए की टीम करीब 10 मिनट वहां पर रही.
सभी पहलुओं की बारिकी से जांच कर रही है एनआईए
कन्हैयालाल मर्डर केस में अब तब मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद समेत सात आरोपियों को पकड़ा जा चुका है. इनमें रियाज और गौस के अलावा मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली और मुन्नवर हुसैन शामिल है. मुन्नवर हुसैन को हैदराबाद से पकड़ा गया है. एनआईए के अधिकारी उनसे पूछताछ में जुटे हैं. एनआईए इस मामले में सभी पहलुओं की बारिकी से जांच कर रही है. इस घटना के तार-तार कहां-कहां जुड़े हो सकती हैं उन सभी संभावनाओं के आधार पर एनआईए अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है.
इंटरनेट से पाबंदी हटी, धारा-144 जारी
कन्हैयालाल मर्डर केस की जांच में राजस्थान एटीएस एनआईए का सहयोग कर रही है. वहीं इस घटना के बाद राजस्थान में फैला तनाव अब कम होने लग गया है. हालांकि प्रदेशभर में इस घटना के बाद इंटरनेट पर लगाई गई पाबंदिया पूरी तरह से हटा ली गई हैं लेकिन धारा-144 अभी लागू है. उदयपुर शहर समेत सभी प्रदेश के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये हुये हैं. उदयपुर में लगाये गये कर्फ्यू की ढील की समय सीमा भी लगातार बढ़ाई जा रही है.