उदयपुर. कन्हैयालाल मर्डर केस (Udaipur Murder Case) की जांच में जुटी एनआईए इस मामले में ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां करने में जुटी है. इस मामले में अब तक सात आरोपियों को दबोचा जा चुका है. हत्याकांड की साजिश में शामिल रहे छठे आरोपी वसील अली (Wasim Ali) को एटीएस ने उदयपुर से पकड़कर एनआईए के हवाले किया है. जबकि सातवें आरोपी मुन्नवर हुसैन को एनआईए ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. एनआईए उसे जयपुर लेकर आ गई है. मुन्नवर हुसैन को आज कोर्ट में पेश किया जायेगा. वसीम को एनआईए ने कोर्ट में पेश करके 12 जुलाई तक रिमांड पर ले लिया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वसीम अली उदयपुर में कन्हैयालाल की दुकान सुप्रीम टेलर्स के सामने स्थित पाकीजा बुटीक में कमीशन बेस पर काम करता है. कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद से ही वसीम अली फरार था. दुकान मालिक का कहना है कि वसीम अली पिछले 5 साल से उसके यहां काम कर रहा है. लेकिन उसकी कभी ऐसी गतिविधियां नजर नहीं आई. दुकान मालिक ने भी उसे 28 जून के बाद नहीं देखा है.
वसीम अली पर कन्हैयालाल की रैकी का है शक
ऐसे में माना जा रहा है कि कन्हैयालाल के दुकान पर आने की सूचना हत्यारों को वसीम अली द्वारा दी गई थी. वह उसकी रैकी कर रहा था. वसीम अली के पकड़े जाने के बाद बुधवार को एनआईए ने उसे जयपुर लाकर कोर्ट में पेश किया. जयपुर में कोर्ट ने वसीम को 12 जुलाई तक एनआईए को रिमांड पर सौंप दिया. एनआईए उससे पूछताछ में जुटी है.
अब तक इन आरोपियों को पकड़ा जा चुका है
इसी बीच एनआईए ने इस हत्याकांड के सातवें आरोपी के रूप में मुन्नवर हुसैन को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जायेगा. कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में इससे पहले मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को वारदात के कुछ घंटों के बाद ही राजसमंद के भीम इलाके से पकड़ लिया गया था. उसके बाद मोहसिन, आसिफ और मोहम्मद मोहसिन को गिरफ्तार किया गया था.
शांति की राह पर लौटने लगा है उदयपुर शहर
टेलर कन्हैयालाल मर्डर केस के 10 दिन बाद अब उदयपुर शहर शांति की राह पर लौटने लगा है. अब कर्फ्यू में भी ढील का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है. वहीं इंटरनेट पर लगाई गई पाबंदी भी हटा ली गई है. लेकिन पुलिस प्रशासन अभी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. सरकार उदयपुर समेत प्रदेश के अन्य सभी संवेदनशील इलाकों की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.