आनंद गांधी ने ‘कांतारा’ (Kantara) और ‘तुम्बाड’ (Tumbbad) के बीच चल रही तुलना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऋषभ शेट्टी (Rishab Shetty) की फिल्म उनकी फिल्म की तरह ‘कुछ भी नहीं’ है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘कंतारा तुम्बाड जैसा कुछ भी नहीं है। ‘तुम्बाड’ के पीछे मेरा विचार डरावनी मर्दानगी के रूप में हॉरर को दिखाना था। कांतारा इनको सेलिब्रेट करती है।
2022-12-06