Karan Tacker: करण टैकर को गुड लुकिंग और फिट होने के कारण झेलना पड़ा रिजेक्शन, एक्टर का नेपोटिज्म पर फूटा गुस्सा

टीवी एक्टर करण टैकर ने अपने हालिया इंटरव्यू में बताया कि उन्हें काफी अच्छा दिखने और फिजीक अच्छी होने की वजह से रिजेक्शन फेस करने पड़े हैं। एक्टर ने नेपोटिज्म पर भी बात की।

टीवी के मशहूर एक्टर करण टैकर ने इंडस्ट्री में एक दशक से अधिक का समय पूरा कर लिया है। अपने करियर को देखते हुए उन्होंने हाल ही में याद किया कि उन्हें कई रोल्स के लिए ‘बहुत अच्छे दिखने वाले’ या ‘बहुत फिट’ होने जैसे कारणों से रिजेक्ट कर दिया गया था। उन्होंने ऐसे कारणों को पाखंडी बताया क्योंकि स्टार किड्स को अक्सर उनके अच्छे लुक के आधार पर लॉन्च किया जाता है। करण ने इंटरव्यू में अपनी पूरी भड़ास निकाली है।

करण ने इन शोज में किया है काम
करण (Karan Tacker) ने शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘रब ने बना दी जोड़ी’ में भी काम किया है। बाद में उन्हें स्पेशल ऑप्स और स्पेशल ऑप्स 1.5: द हिम्मत स्टोरी जैसे वेब शो में देखा गया। ओटीटी शो के अलावा, उन्होंने नागिन 3, एक हज़ारों में मेरी बहना है और रंग बदलती ओढ़नी जैसे टीवी शो में भी एक्टिंग की। उन्होंने हाल ही में Spotify के पॉडकास्ट ‘द्रोह’ को भी अपनी आवाज दी है।

गुड लुकिंग होने की वजह से रिजेक्शन
अपने करियर में रिजेक्शन के बारे में बात करते हुए करण ने News18 को बताया, ‘मुझे कभी भी कुछ ‘सही’ करने के लिए नहीं कहा गया है, लेकिन जो चीज हमेशा मेरे लिए एक बाधा रही है, वह यह है कि ‘आप इस रोल के लिए बहुत अच्छे दिखते हैं’। यह एक वास्तविक चुनौती रही है जिसका मैं बहुत लंबे समय से सामना कर रहा हूं। मुझे बताया गया है, ‘तुम एक अच्छे दिखने वाले आदमी हो और यही समस्या है’ या वे मुझसे कहते हैं कि ‘तुम एक फिट आदमी हो, इतने फिट मत दिखो’।’

स्टार किड को इसी बेस पर अच्छा काम
करण ने आगे कहा, ‘मैं उन्हें काफी पाखंडी मानता हूं क्योंकि मैंने महसूस किया है कि जब आप फिल्मी फैमिलिज से आने वाले लोगों को देखते हैं, तो उनकी फिल्मों में एंट्री उनकी फिजीक को देखकर होता है। लोग सोचते हैं कि ‘इसकी बॉडी अच्छी है, इसकी शकल अच्छी है, बाल अच्छे हैं, उसके पास एक अच्छा शरीर है, चेहरा है या बाल हैं’। इसलिए मुझे लगता है कि यह काफी पाखंडी है कि एक स्टारकिड को लॉन्च करने के लिए, आपको पूरा पैकेज चाहिए लेकिन एक नॉन बॉलीवुड एक्टर को खोजने के लिए, यही पैकेज समस्या है।

अच्छे एक्टर्स को छोटे रोल

करण ने आगे कहा, ‘और फिर आप उन लोगों को वैसे ही स्वीकार करते हैं।’ एक्टर ने इंडस्ट्री में नेपोटिज्म पर कभी न खत्म होने वाली बहस को भी इससे जोड़ा। करण ने यह भी कहा कि कभी-कभी सबसे अच्छे शरीर वाले एक्टर्स को भी एक ‘छोटे हिस्से’ वाले रोल्स मिलते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग अच्छे दिखते हैं उन्हें अक्सर स्कीन की टोन में डार्क दिखाकर पेश किया जाता है।