Karnataka Elections 2023 कौन हैं Tulsi Gowda और Sukri Bommagowda जिनके सामने PM मोदी ने सिर झुकाया?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) कर्नाटक विधान सभा चुनाव से पहले बीते बुधवार को कर्नाटक दौरे पर थे. इसी दौरान वो अंकोला में दो आदिवासी महिलाओं से मिले. पीएम मोदी तुलसी गौड़ा (Tulsi Gowda) और सुकरी बोम्मगौड़ा (Sukri Bommagowda) ने दोनों को सिर झुकाकर प्रणाम किया. जब एक महिला ने प्रधानमंत्री के पैर छुए तो प्रधानमंत्री ने भी महिला के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.

PM Modi met Padma awardee Tulsi Gowda and Sukri Bommagowda viral video Twitter

पीएम मोदी ने जब तुलसी गौड़ा के आगे सिर झुकाया तो गौड़ा ने उनके सिर पर हाथ फेरा. इसके बाद गौड़ा उनके आगे झुक गईं, पीएम मोदी ने भी उन्हें झुककर प्रणाम किया.

तुलसी गौड़ा एक पर्यावरणविद हैं जिन्हें एन्साइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट (Encyclopedia of Forest Tulsi Gowda) भी कहा जाता है. पढ़ी-लिखी नहीं हैं तुलसी लेकिन उ्होंने अपने जीवन में हज़ारों पौधे लगाए हैं. उन्हें पेड़-पौधों की बहुत ज़्यादा जानकारी है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2021 तुलसी गौड़ा को पौधे लगाने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया था.

Tulsi Gowda Padma Shri Twitter

होनाली गांव की तुलसी की उम्र 80 से ज़्यादा है लेकिन वो आज भी पेड़-पौधों की मां की तरह देखभाल करती हैं. वो कर्नाटक वन विभाग को जंगल और पर्यावरण पर सुझाव भी देती हैं.

पीएम से मिलने के बाद तुलसी गौड़ा ने कहा, ‘मुझे बहुत खुशी हुई कि पीएम दिल्ली से अंकोला हमसे मिलने आए. मैं उनसे दिल्ली में भी मिली थी. हम सभी उन्हें देखकर बहुत खुश हैं.’

कौन हैं सुकरी बोम्मगौड़ा?

PM Modi met Padma awardee Tulsi Gowda and Sukri Bommagowda viral video News18

सुकरी बोम्मगौड़ा को हलक्की वोक्कालिगा जनजाति की कोकिला (Halakki Vokkaliga Tribe) कहा जाता है. सुकरी ने 12 साल की उम्र में गाना शुरू किया और उन्हें संगीत की तालीम अपनी मां से मिली. वो तकरीबन 7000 लोक गीत गा सकती हैं. उन्हें 2017 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद्म श्री से सम्मानित किया. सुकरी को संगीत के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं.

Sukri Bommagowda Padma Shri Twitter

पीएम मोदी से मिलने के बाद सुकरी ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि पीएम मोदी अंकोला आए. पहली बार कोई प्रधानमंत्री यहां आए हैं. हम सभी बहुत खुश हैं. मैंने उन्हें प्रेम और आशीर्वाद दिया.’

सुकरी ने सरकार से एक अनुरोध भी किया. उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि उनकी जनजाति को ST कैटेगरी में शामिल किया जाए. सुकरी ने कहा, ‘पद्म श्री मिलने के बाद मैं बहुत खुश थी. मेरी हलक्की वोक्कालिगा को भी गर्व महसूस हुआ. मेरा सरकार से एक निवेदन है कि मेरी जनजाति को ST वर्ग में शामिल किया जाए. इससे मेरे समुदाय को और बच्चों के भविष्य को सुरक्षा मिलेगी.’