करसोग को मिले 4 डॉक्टर सिविल अस्पताल में डॉ गौरव की नियुक्ति से जस्सल गांव में खुशी का माहौल
करसोग में लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुछ राहत मिलने की उम्मीद जगी है। प्रदेश में आर्दश चुनाव आचार संहिता लगने से पहले स्वास्थ्य विभाग ने 245 चिकित्सकों को नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। जिसमें 4 चिकित्सकों की नियुक्ति करसोग में हुई है। ऐसे डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। उपमंडल में जिन चार डॉक्टरों को तैनाती मिली है। इसमें जस्सल के चस्सी के स्थानीय निवासी डॉ गौरव वर्मा पुत्र ओमप्रकाश वर्मा को नागरिक चिकित्सालय करसोग में नियुक्ति मिली है। गौरव के पिता ओम प्रकाश पेशे से वकील है और करसोग में ही लोगों को कानून से संबंधित सेवाएं दे रहे हैं। वहीं डॉ गौरव ने भी चिकित्सकों की कमी को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं देने का निर्णय लिया था। ताकि गरीब लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को लेकर भटकना न पड़े। ऐसे में गरीब लोगों की पीड़ा को समझते हुए डॉ गौरव ने ग्रामीण क्षेत्र में ही नियुक्ति के लिए प्राथमिकता दी है। जिसका स्थानीय जनता ने भी स्वागत किया है। वहीं वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेरी बंगलों में डॉ दीक्षा ठाकुर, प्राथमिक स्वास्थ्य खंड खनेयोल बगड़ा में डॉ अमित कुमार पठानिया व मोबाइल क्लिनिक करसोग में डॉ विनोद कुमार की नियुक्ति हुई है। इन नियुक्तियों से दूरदराज के क्षेत्रों में लोगों को घरद्वार पर ही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।बता दें कि करसोग में डॉक्टरों के कई पद रिक्त पड़े हैं। नागरिक चिकित्सालय करसोग में ही लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल में अभी विशेषज्ञों के अधिकतर पद खाली पड़े है। ऐसे में स्थानीय जनता ने प्रदेश सरकार से प्राथमिकता के आधार पर इन पदों को भरे जाने की मांग की है। ताकि दूर दराज के क्षेत्रों की जनता को इलाज के लिए शिमला और मंडी जाने की परेशानी से निजात मिल सके। इस से गरीब जनता का समय और पैसा बचेगा।