भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी है काशी, कुछ ऐसी दिलचस्प बातें वाराणसी को बना देती हैं अनोखा

Varanasi Facts: वाराणसी घूमने जा रहे हैं, तो एक बार इस खूबसूरत नगरी के बारे में जान लें, जिसके बारे में कहा जाता है कि समूचा शहर भगवान शिव के त्रिशूल पर विराजित है। यहां 23 हजार से अधिक मंदिर हैं, जहां आपको एक बार जरूर घूमना चाहिए।

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भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी है काशी, कुछ ऐसी दिलचस्प बातें वाराणसी को बना देती हैं अनोखा

वाराणसी या बनारस भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले शहरों में से एक है और इसके कारण एक नहीं बल्कि कई हैं। बनारस अपने पवित्र गंगा, खूबसूरत मंदिरों, ट्रेडिशनल तरीके से बनाए गए घरों, जैसी चीजों के लिए काफी मशहूर है। आपको बता दें ये शहर हजार सालों से हिन्दुओं के लिए धार्मिक तीर्थ स्थल रहा है। काशी के रूप में भी लोकप्रिय भगवान शिव का निवास वाराणसी दुनिया के सबसे पुराने शहरों में भी आता है। फेमस अमेरिकी लेखक, मार्क ट्वेन ने अपनी पुस्तक में लिखा है, “बनारस इतिहास, परंपरा, कई ऐतिहासिक चीजों से भी ज्यादा पुराना है, काशी हमारी सोच से भी कई अधिक प्राचीन है।’’

वाराणसी का नाम –

हर किसी का सबसे पहले यही सवाल होता है कि आखिर भगवान शिव के निवास को वाराणसी क्यों कहते हैं? तो हम आपको बता दें, ये नाम वरुणा और असी दो नदियों को मिलाकर बनाया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं वाराणसी को पूरे देश में अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है? बनारस, काशी, सुदर्शन, राम्या और ब्रह्म वर्धा जैसे कुछ सामान्य नाम हैं, जिन्हें लोग जानते हैं। रिटायर होने के बाद ये 5 जगह रहने के लिहाज से पड़ेंगी सस्ती, सुकून भरी जिंदगी जीने के लिए एक बार जाएं यहां

भगवान शिव और देवी पार्वती का घर –

वाराणसी को न केवल देश बल्कि दुनिया के सबसे पुराने शहरों में गिना जाता है। इस जगह को भगवान शिव और देवी पार्वती का घर माना जाता है। कहते हैं जो व्यक्ति यहां आखिरी सांस लेता है, उसे मोक्ष प्राप्त होता है। केशवराज मंदिर: महाराष्ट्र का एक ऐसा मंदिर जिसे रातों-रात बना दिया था पांडवों ने, आप भी जानें इन मंदिर की कहानी

अजीब चीजों का शहर

वाराणसी में आपको कुछ अजीबो गरीब कहानियां सुनाने वाले लोग मिल जाएंगे। यहां होने वाली सबसे अजीब चीज ये है कि यहां मेंढ़कों को पकड़कर उनकी शादी करवाई जाती है। ये एक पुरानी परंपरा है, जिसका पालन लोग वर्षा देवताओं को प्रसन्न करने के लिए करते हैं। यह आमतौर पर तब किया जाता है जब बारिश समय पर नहीं होती। 800 साल पुराने इस मंदिर की सीढ़ियों को छूने पर निकलती है संगीत की धुन, भगवान शिव के भक्तों को एक बार जरूर जाना

एशिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय

क्या आप जानते हैं इस शहर में एशिया का सबसे हिंदू विश्वविद्यालय है? जी हां, कशी अपने सबसे प्राचीन एशिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी के लिए भी जाना जाता है, जिसे नेता मदन मोहन मालवीय ने शुरू किया था। वाराणसी को साहित्य के केंद्र के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि तुलसी दास और मुंशी प्रेम चंद जैसे साहित्यकार शहर से आते हैं। भारत की इन जगहों पर है शिव के सबसे बड़े भक्त नंदी की मूर्ती, आप भी आकार देख हो जाएंगे हैरान

मंदिरों की भूमि –

अगर आप मंदिरों में घूमना पसंद करते हैं, तो ये शहर आपके लिए स्वर्ग साबित हो सकता है, क्योंकि यहां 23 हजार से अधिक मंदिर हैं। खैर, इतने मंदिरों में घूमना और उन्हें ढूंढना काफी मुश्किल है, लेकिन आपको यकीनन जीवन का एक अलग ही अनुभव प्राप्त होगा। केरल का ऐसा मंदिर जहां पुरुष महिलाओं की तरह सज-धजकर, साड़ी पहनकर करते हैं पूजा

द डेथ होटल –

दुनिया भर से लोग यहां मोक्ष की प्राप्ति के लिए आते हैं। ऐसा माना जाता है कि वाराणसी आने से लोगों को जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्त मिलेगी। शहर में काशी लाभ मुक्ति भवन है जिसे ‘डेथ होटल’ भी कहा जाता है। रिज़र्वेशन केवल उन्हीं लोगों को मिलता है, जिनके पास जीने के लिए कुछ ही दिन हैं। यहां कमरे का उपयोग करने की सीमा दो सप्ताह है।

काशी से जुड़ी मान्यता –

हिंदू धर्म में काशी विश्वनाथ का अपना एक अलग ही महत्व है। कहा जाता है कि काशी तीनों लोकों में सबसे प्यारी और खूबसूरत नगरी है, जो भगवान शिव के त्रिशूल पर टिकी हुई है। माना जाता है कि जिस जगह ज्योतिर्लिग स्थित है, वो जगह कभी भी लुप्त नहीं होती और सदियों से वैसी की वैसी ही स्थापित है। कहते हैं कि जो भक्त इस शहर में आकर भगवान शिव की पूजा करते हैं उन्हें हर तरह के पाप से मुक्ति मिलती है।