Apple Ber Cultivation: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में किसान एप्पल बैर की खेती करके लाखों रुपये का मुनाफा कमा रहे है। जिला उद्यान अधिकारी के द्वारा प्रोत्साहित करने के बाद किसान ने खेती शुरू की, जहां लाखो का मुनाफा हुआ।

कश्मीरी बैर की खेती से चमक रही है किसानों की किस्मत
मिर्जापुर जिले के सीखड़ विकास खंड के खानपुर के रहने वाले किसान योगेंद्र कुमार सिंह लगभग एक एकड़ में एप्पल बैर की खेती कर रहे है। किसान योगेन्द्र को जिला उद्यान अधिकारी ने परम्परागत खेती से हटकर अलग खेती करने को लेकर सलाह दिया था, जिसके बाद योगेंद्र ने कश्मीरी एप्पल बैर की खेती करना शुरू किया।
किसान योगेंद्र ने बताया कि कश्मीरी एप्पल बैर की खेती में बहुत ही कम लागत है। एक एकड़ में लगभग 25 हजार रुपये का खर्च आता है। किसान योगेंद्र सिंह तीन वर्ष से एप्पल बैर की खेती कर रहे है, जहां एक एकड़ में लगभग तीन लाख रुपये का मुनाफा हुआ है। किसान ने कहा फरवरी व जुलाई माह में इसका रोपण होता है, जहां एक वर्ष बाद इसका पैदावार शुरू हो जाता है।

आसानी से होती है एप्पल बैर की बिक्री, मिलता है बेहतर दाम
किसान योगेंद्र ने बताया कि कश्मीरी एप्पल बैर की खेती किसी भी मिट्टी पर हो सकती है। किसान आसानी से इसको कर सकते है। इसके लिए ज्यादा पोषक तत्व की भी आवश्यक नही होती है। कश्मीरी एप्पल बैर को वाराणसी मंडी में लेकर जाते है, जहां से 50 रुपये किलो के भाव से थोक में बिक्री होती है। सरकार हर महीने तीन हजार रुपये भी देखभाल के लिए देती है। किसान इस खेती को नीलगाय से सुरक्षित रखेंगे तभी इस खेती को कर सकते है।
दो तरह की होती है एप्पल बैर
जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने बताया कि जिले के मड़िहान व सीखड़ क्षेत्र में किसान एप्पल बैर की खेती कर रहे है। इन किसानों को विंध्य बुंदेलखंड योजना के तहत तीन हजार रुपये तीन साल तक हर माह दिया जाता है। लगभग एक लाख 5 हजार रुपये किसान को दिया जाता है। एप्पल बैर की खेती से किसानों को काफी मुनाफा मिल रहा है। एप्पल बैर दो तरह के होते है एक कश्मीरी बैर होता है जो थोड़ा लाल रंग का होता है, जो काफी मीठा होता है। एक थाई बैर होता है जो हरा रंग का होता है। किसान इसकी खेती कर सकते है।