करारी कोतवाली में तैनात एक सिपाही की दोस्ती फेसबुक फ्रेंड से हो गई। युवती त्रिपुरा की रहने वाली थी। फेसबुक पर ही प्यार परवान चढ़ा और सिपाही उससे मिलने को व्याकुल हो गया। चार दिसंबर को सिपाही पांच दिन का अवकाश लेकर घर जाने की बात कहकर निकला था।
फेसबुक फ्रेंड के प्यार में व्याकुल सिपाही को युवती के घरवालों ने त्रिपुरा में बंधक बना लिया। सिपाही पांच दिन का अवकाश लेकर जरूरी काम से घर जाने की बात कहकर निकला था। त्रिपुरा सरकार ने डीजीपी कार्यालय को खबर दी। इस पर अफसरों ने सिपाही की रपट (गैर हाजिरी) लिखाकर जांच शुरू कर दी है।
करारी कोतवाली में तैनात एक सिपाही की दोस्ती फेसबुक फ्रेंड से हो गई। युवती त्रिपुरा की रहने वाली थी। फेसबुक पर ही प्यार परवान चढ़ा और सिपाही उससे मिलने को व्याकुल हो गया। चार दिसंबर को सिपाही पांच दिन का अवकाश लेकर घर जाने की बात कहकर निकला था। पांच दिसंबर को पुलिस लाइन से उसकी रवानगी हुई। इसी बीच त्रिपुरा सरकार ने प्रदेश के डीजीपी कार्यालय को सूचना दी कि सिपाही उनके यहां की एक युवती से फेसबुक के जरिये प्यार करने लगा है। वह युवती से मिलने त्रिपुरा आया है। यहां युवती के घरवालों ने सिपाही पर शादी करने का दबाव बनाया।
पुलिस विभाग के सूत्रों की मानें तो सिपाही के इन्कार करने पर लड़की के घरवालों ने उसे बंधक बना लिया। मामले की जानकारी त्रिपुरा पुलिस को दी गई। पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो मामला सच निकला। इसकी सूचना डीजीपी कार्यालय को दी गई तो वहां से जिले के अफसरों का फोन घन-घनाने लगे। जांच में पता चला कि सिपाही का अवकाश सिर्फ 10 दिसंबर तक ही स्वीकृत है।
इसके बाद भी उसने रविवार तक आमद नहीं कराई। इसे लेकर रविवार को सिपाही के खिलाफ रपट (गैर हाजिरी) दर्ज करा दी गई है। घटना को लेकर महकमे में खासी चर्चा है। विभागीय सूत्रों की मानें तो सिपाही ने शादी करने के लिए रजामंदी दे दी है। वह युवती के साथ जल्द ही शादी करेगा। इसी शर्त पर त्रिपुरा पुलिस ने उसके खिलाफ फिलहाल केस नहीं दर्ज किया है। घटना के बाद जिले के अफसर फिलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं है।