Loan पर कार खरीदने से पहले ध्यान रखें ये 3 बातें, कहीं मुसीबत न बन जाए कर्ज

कई बैंक और फाइनेंस कंपनियां कार लोन उपलब्ध कराती हैं.

कई बैंक और फाइनेंस कंपनियां कार लोन उपलब्ध कराती हैं.

नई दिल्ली. नई कार खरीदना एक व्यक्ति की लाइफ में बहुत बड़ा खुशी का मौका होता है. देश में ज्यादातर कार खरीदने वाले लोग लोन लेकर अपना ये सपना पूरा करते हैं. हालांकि, कुछ लोग एकमुश्त पैसा देकर ही कार खरीद लेते हैं. एक कार एक स्टेटस सिंबल और उपलब्धि का संकेत भी है. हालांकि, अपने सपने को साकार करने के लिए आपको ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं है. आज कल कई बैंक और फाइनेंस कंपनियां आसान ब्याज दर पर ग्राहकों को कार लोन उपलब्ध कराती हैं.

अगर आप भी लोन लेकर एक नई कार खरीद रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे की ये लोन बाद में आपके लिए कोई मुसीबत न बन सके. यहां आपको लोन पर कार खरीदने की कुछ टिप्स बता रहे हैं.

ब्याज की दर
ऑटो लोन के लिए आवेदन करते समय, जिस बात का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए वह ब्याज दर है. ब्याज दर में एक छोटा सा अंतर भी आपको कार लोन पर बड़ा फायदा दे सकता है. मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड जैसी कुछ फाइनेंस कंपनियां कम ब्याज दर पर कार लोन उपलब्ध कराते हैं. हालांकि, कार लोन लेने से पहले थोड़ी रिसर्च करना जरूरी है, जिससे की सबसे कम ब्याज पर आपको लोन मिल सके.

हिडन चार्ज
आपके द्वारा भुगतान की जाने वाली कुल राशि केवल आपके ऑटो लोन पर ब्याज दर पर निर्भर नहीं है. लोन एग्रीमेंट में कई छिपे हुए शुल्क भी होते हैं, जो बाद में आपके लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं. कुछ छोटी फाइनेंस कंपनियां समझौते के फाइन प्रिंट्स के भीतर कुछ अतिरिक्त शुल्क छिपाने की कोशिश करते हैं. इन छिपे हुए शुल्कों में प्रोसेसिंग शुल्क और अन्य शुल्क शामिल हो सकते हैं. इसलिए जरूरी है, लोन लेने से पहले सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें और यहां तक कि किसी ऐसे व्यक्ति से सलाह लें जो इन समझौतों के कानूनी पहलुओं के बारे में जानता हो.

लोन की अवधि
आम तौर पर ऑटो लोन की अवधि 5 से 7 साल के बीच होती है. हालांकि, आप अपने ऋणदाता को उसी के लिए आवेदन करके कार्यकाल बढ़ा सकते हैं. अवधि बढ़ाने से मासिक ईएमआई कम हो जाती है, जो आपको चुकानी पड़ती है जबकि अवधि कम करने से मासिक ईएमआई बढ़ जाती है. कम समय में तनाव कम होने के कारण मासिक ईएमआई कम करने के लिए कार्यकाल बढ़ाने का विकल्प बहुत अच्छा है. हालांकि, इसमें आपको फाइनेंस कंपनी को ज्यादा ब्याज देना पड़ता है.