सोलन में बरसातों के समय में, बारिश का पानी कई घरों में घुस गया था , कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा था। घरों में पानी घुसने का मुख्य कारण ,नालों का मिटटी से भरना है। शहर के नालों में मिट्टी भरने का, मुख्य कारण यहाँ के स्थानीय लोग खुद है। जो कुछ पैसा बचाने के लिए ,आँख बचा कर प्लॉट से खोदी गई मिट्टी को, नालों में फेंक देते है। जिसके कारण नाले ब्लॉक हो जाते है। नाले ब्लॉक हो जाने की वजह से,पानी नालों के ऊपर बहने लग जाता है, और घरों से घुस कर काफी नुकसान पहुंचाता है। ऐसा ही मामला सोलन के बायपास पर, देखने को मिल रहा है। जहां स्थानीय लोगों ने प्लॉट की कटिंग कर ,सारा मलवा नाले में फेंक दिया है। जिसके कारण नाला काफी हद तक बंद हो चुका है। पानी आस पास के घरों को, नुकसान पहुंचाने लग गया है। जिस बारे में प्रभावित लोगों ने ,जिला प्रशासन को लिखित शिकायत भी दी है।
प्रभावित लोगों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि, कुछ रसूखदार लोगों द्वारा ,प्लॉट की खुदाई कर सारा मलवा नाले में फेंक दिया गया है। जिसकी वजह से ,नाला बेहद संकुचित हो गया है। सारा पानी और मलबा पानी के साथ बह कर, उनके घरों की ओर आ रहा है। जिससे उनके घरों को भारी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि ,इस बारे में जिला प्रशासन ,नगर निगम के अधिकारियों को ,सूचित कर दिया गया है। लेकिन अभी तक ,कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। वह चाहते है कि, प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले, और कोई सख्त कार्रवाई करे,ताकि कोई भी व्यक्ति भविष्य में ऐसा कार्य न कर पाए।